Bihar Board Matric Exam2020: मुजफ्फरपुर में पहले दिन दोनों पालियों में 1917 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
मुजफ्फरपुर में मैट्रीक परीक्षा के प्रथम दिन प्रथम पाली में 1063 तो द्वितीय पाली में 854 ने छोड़ी परीक्षा। कुल 65075 सीट थीं आवंटित 63154 ने दी परीक्षा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन सोमवार को दोनों पालियों में 1917 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में कुल 34551 सीट आवंटित थीं। 33488 परीक्षार्थी ही उपस्थित हुए। 1063 ने परीक्षा छोड़ दी। द्वितीय पाली में 30520 आवंटित सीटों में 29666 परीक्षार्थी शामिल हुए। 854 अनुपस्थित रहे।
प्रथम पाली में सुबह 9.20 के बाद पहुंचने वाले परीक्षार्थी को घुसने नहीं दिया गया। कुछ केंद्रों की शिकायत आई कि दो-तीन मिनट पहले ही गेट बंद कर दिया गया। इसको लेकर स्वजनों में नाराजगी भी है।
त्रिस्तरीय चेकिंग का दिखा फायदा
परीक्षा केंद्रों पर त्रिस्तरीय चेकिंग से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा। इसका फायदा यह दिखा कि किसी भी सेंटर पर कोई चिट-पुर्जे करते नहीं पकड़े गए। चेकिंग इतनी सख्त थी कि कोई भी परीक्षार्थी कागज के एक टुकड़े तक अंदर नहीं ले जा सका। मुख्य गेट पर पुलिस तलाशी के साथ वीक्षक की तलाशी शुरू कर दी जाती थी।
बीबी कॉलेजियट केंद्र पर परीक्षार्थियों को लाइन लाकर कक्षा तक भेजा गया। चैपमैन और जिला स्कूल में समय से सभी परक्षार्थी प्रवेश कर गए थे।
बालिकाओं के परीक्षा केंद्र पर एक बालक का भी नाम
तकनीकी त्रुटि के कारण बालिकाओं के लिए बनाए गए कुछ परीक्षा केंद्र पर कुछ बालकों का नाम भी जुड़ा पाया गया है । उक्त केंद्रों पर उनकी सीट अलग कर उसें परीक्षा देने की अनुमति मिली। बालिकाओं वाले आरबीबी कॉलेज सेंटर पर एक बालक के साथ ऐसा ही वाकया हुआ।
परीक्षा को लेकर सुबह से ही तत्पर दिखे परीक्षार्थी
- नौ बजे के पहले ही केंद्रों पर पहुंच गए थे विद्यार्थी
- दूसरी पाली में अनियंत्रित हुई ट्रैफिक व्यवस्था, जाम से थम गया पूरा शहर
- एंबुलेंस, कैदी वाहन समेत कई स्कूल बसें भी घंटों फंसी रहीं, मूकदर्शक रहे पुलिसकर्मी
एक नजर में शहर की स्थिति
सोमवार को 8:30 बजे सुबह। अघोरिया बाजार चौराहा पर अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ थी। मैट्रिक परीक्षार्थी एडमिट कार्ड हाथों में लिए तेजी से आरडीएस और एलएनटी कॉलेज केंद्रों की ओर बढ़ रहे थे। परीक्षा 9:30 से शुरू होने वाली थी और 9:20 तक प्रवेश भी मिलना था। लेकिन परीक्षार्थी जाम के कारण कहीं परीक्षा न छूट जाए इसीलिए समय से पहले केंद्र पर पहुंचना चाह रहे थे।
ऑटो, ई.रिक्शा और एक बाइक पर तीन-तीन परीक्षार्थी बैठकर केंद्र पहुंच गए। नौ बजे के करीब मुखर्जी सेमिनरी के बाहर भी परीक्षार्थियों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। सुरक्षाकर्मी कतार लगाकर परीक्षार्थियों को प्रवेश भी करा रहे थे। अन्य केंद्रों पर भी परीक्षार्थी समय से करीब आधा घंटा पहले पहुंच गए थे।
आदर्श केंद्रों पर चॉकलेट और फूल देकर किया परीक्षार्थियों का स्वागत
मैट्रिक परीक्षा को लेकर जिले में आरबीबीएम कॉलेज, एमडीडीएम कॉलेज, प्रभात तारा बालिका उच्च विद्यालय और एमएसकेबी कॉलेज को आदर्श केंद्र बनाया गया है। इन केंद्रों पर प्रवेश करते समय परीक्षाार्थियों को फूल और चॉकलेट दिए गए। इससे उनके चेहरे खिल उठे।
पहली पाली के बाद अनियंत्रित हुई ट्रैफिक
पहली पाली में परीक्षार्थियों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन जब पहली पाली के बाद परीक्षार्थी निकले और दूसरी पाली के परीक्षार्थी पहले से ही गेट पर खड़े थे। ऐसे में पुलिस कर्मियों के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। सड़क पर भी चारों ओर गाडिय़ों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कई जगहों पर एंबुलेंस, कैदी वाहन, स्कूल बस जाम में घंटों फंसी रहीं। प्रशासन की ओर से जाम से निपटने को पूरी तैयारी का दावा किया जा रहा था, जो पहली पाली की परीक्षा के बाद पूरी तरह फेल दिखा।
डीएम ने किया कई केंद्रों का निरीक्षण
डीएम आलोक रंजन घोष ने प्रभात तारा बालिका उच्च विद्यालय, आरबीबीएम कॉलेज, एमएसकेबी समेत कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही। बताया कि प्रश्नपत्र वायरल होने की सूचना मिली थी, लेकिन वह महज अफवाह थी।