ठक्कर बप्पा हॉस्टल गेट पर फाय¨रग सुना गई खतरे की आहट
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परिसर स्थित ठक्कर बप्पा हॉस्टल के गेट पर मंगलवार शाम फाय¨रग की
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परिसर स्थित ठक्कर बप्पा हॉस्टल के गेट पर मंगलवार शाम फाय¨रग की घटना किसी बड़ी वारदात की आहट सुना गई। हफ्ते-दस दिनों के अंदर यह दूसरा मौका है, जब हॉस्टल में घुसकर काम रोकने की धमकी दी गई। दूसरी बार तो गोलियां दागकर बदमाशों ने अपने इरादे जाहिर कर दिए। पुलिस हालांकि अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। जबकि, हॉस्टल में रहने वाले छात्र और वहां के मजदूर-कर्मचारी डरे-सहमे हैं। फाय¨रग की घटना के बाद बुधवार सुबह कुछ छात्र घर निकल गए तो कुछ मजदूर काम पर नहीं पहुंचे। हॉस्टल में रहने वाले छात्र मेन गेट को मजबूत कराने की मांग करने लगे हैं।
बता दें कि गेट के सामने दो गोलियां चलीं, जिसमें एक खोखा पुलिस ने बरामद कर लिया। विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष हालांकि, फाय¨रग की घटना को महज दहशत फैलाने भर की नियत से बताते हैं।
बोल , संवेदक फाय¨रग से उनका लेना-देना नहीं
हॉस्टल में छात्रों के लिए दो सौ बेड का भवन बन रहा है। दो महीने से निर्माण कार्य चल रहा है। कमलपुरा कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक संजीव शर्मा ने पूछे जाने पर कहा कि फाय¨रग की घटना से उनका कोई लेना देना नहीं है।
चश्मदीद मुंशी ने बताया आंखों देखा हाल
कमलपुरा गांव के रहने वाले और उस कंपनी में बतौर मुंशी काम करने वाले रंजीत कुमार ने घटना के बारे में जानकारी दी। कहा-तब तकरीबन छह-साढ़े छह बज रहे होंगे। मैं अपने एक साथी के साथ बाइक से बाजार से लौट रहा था। हॉस्टल गेट पर पहुंचने पर देखा कि वहां एक आदमी पहले से मौजूद था। हमको देखते ही उसने हमारा परिचय पूछा और भाग जाने को कहा। उसके हाथ में हथियार देख हम तेजी से भाग निकले। तभी पीछे से दो राउंड गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी लेकिन, हमने मुड़कर नहीं देखा। लौटने पर पता चला वह बाइक से आया था। दूसरा व्यक्ति दूर बाइक लेकर खड़ा था।
काम बंद करने को कह गए थे कुछ लोग
मुंशी व उनके साथ मौजूद भोला राय, पवन राय, मुनटुन राय आदि ने कहा कि हफ्ता-दस दिन पहले कुछ लोगों ने काम बंद करने की धमकी दी थी। तब वहां काम कर रहे आभानगर के देवेंद्र राय को उन लोगों ने काम बंद करने को कहा था।
इनसेट
पूर्व में भी फाय¨रग, बमबाजी और चाकूबाजी हो चुकी घटनाएं
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : वर्चस्व को लेकर लगातार विवि के हॉस्टलों में फाय¨रग की घटनाएं हो रही है। दो महीने पूर्व ही इलाके के दो हॉस्टलों में बमबाजी और फाय¨रग की घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया था। पुलिस की तरफ से ड्यूक व पीजी थ्री हॉस्टलों में तलाशी ली गई थी। इस दौरान वहां से भारी मात्रा में हथियार, बम, बारूद, लाठी-डंडे व अन्य सामान बरामद किए गए थे। मामले में कई लड़कों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई। चार को जेल जाना पड़ा। बावजूद विवि के हॉस्टलों में फाय¨रग की घटनाएं नहीं थम रही। ऐसा लगता है कि इन शरारती तत्वों में पुलिस का खौफ नहीं।
कुख्यात के नाम आ रहे सामने :
पुलिस की छानबीन में आसपास के इलाके के रहने वाले दो कुख्यात व उनके शार्गिदों के नाम सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा कि हॉस्टल के कुछ छात्रों से इनकी साठगांठ है। कहा जा रहा कि वर्चस्व की आड़ में कहीं न कहीं ठेकेदारी विवाद भी है। इधर, मामले में बुधवार की देर शाम तक हॉस्टल की तरफ से प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई। थानेदार राम कुमार प्रसाद का कहना है कि आवेदन नहीं आने पर अपने बयान पर कांड अंकित किया जाएगा।
हॉस्टलों पर कब्जे को ले वर्चस्व : इलाके के लोगों का कहना है कि विवि के हॉस्टलों पर असामाजिक तत्वों द्वारा वर्चस्व बनाए जाने को लेकर फाय¨रग कर दहशत फैलाई जाती है।
------------