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सीतामढ़ी में बनकर तैयार हो गया 100 बेड वाला मातृ एवं शिशु अस्पताल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन

Sitamarhi News सदर अस्पताल में ही आरटीपीसीआर लैब एवं एएनएम प्रशिक्षण संस्थान तथा छात्रावास का वर्चुअली उद्घाटन डीएम-डीडीसी पहुंचे सदर अस्पताल घूम-घूमकर तैयारियों का लिया जायजा। मातृ एवं शिशु अस्पताल बनने से लोगों को मिलेगी बड़ी राहत ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 09 Aug 2021 09:14 PM (IST)Updated: Mon, 09 Aug 2021 09:14 PM (IST)
सदर अस्पताल परिसर में ही बना एएनएम प्रशिक्षण संस्थान व छात्रावास का भी सीएम करेंगे उदघाटन। जागरण

सीतामढ़ी, जासं। एक अर्से से सदर अस्पताल में मातृ एवं शिशु अस्पताल, कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर लैब का इंतजार हो रहा था, जो बनकर तैयार हो चुका है ओर उसके उदघाटन के लिए इंतजार की घड़ियां अब समाप्त हो गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को मंगल कार्य का अपने हाथों शुभारंभ करेंगे। सदर अस्पताल में ही एएनएम प्रशिक्षण संस्थान एवं छात्रावास का भी सुबह 11.30 बजे वर्चुअल माध्यम से उदघाटन करेंगे। इस निमित सभी तैयारियों का जायजा लेने जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव व डीडीसी तरनजोत सिंह सहित वरीय अधिकारी सोमवार को सदर अस्पताल पहुंचे। निर्माण कार्य और उसके उदघाटन के लिए सभी आवश्यक तैयारी का उन्होंने जायजा लिया।

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नवनिर्मित मातृ एवं शिशु अस्पताल सहित बन रहे ऑक्सीजन प्लांट, आरटीपीसीआर जांच केंद्र, एएनएम प्रशिक्षण संस्थान एवं छात्रावास का चारों तरफ से निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में डीएम ने सिविल सर्जन को कई आवश्यक निर्देश भी दिए। नवनिर्मित संस्थान की नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने पर जोर दिया। साथ ही उपरोक्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जिलेवासियों को पूरी सहजता से मिल सके इसे हर हाल में सुनिश्चित कराने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि एवं उसको गुणवत्तापूर्ण बनाकर संभावित तीसरी लहर का हम आसानी से मुकाबला कर सकते हैं। डीएम के निरीक्षण के दौरान डीपीआरओ परिमल कुमार, ओएसडी प्रशांत कुमार, सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक, डीपीएम, स्वास्थ्य प्रबंधक, केयर इंडिया के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

मातृ एवं शिशु अस्पताल चार मंजिला, 13 लाख में तैयार हुआ भवन

गौरतलब हो कि जिलाधिकारी ने पिछले दिनों कई बार सदर अस्पताल का निरीक्षण किया है। यह भी कहते रहे हैं कि वर्तमान परिपेक्ष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि अत्यंत जरूरी है और मातृ-शिशु अस्पताल, ऑक्सीजन प्लांट एवं आरटीपीसीआर की सुविधा होने से जिलेवासियों को काफी सहूलियत होगी। यह अस्पताल चार मंजिला है। इसकी लागत 13 करोड़ की है। जिसमें महिला ओपीडी, डिलीवरी कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर भी है। सभी बेड तक पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई होगी। इसके अलावा इसमें शिशु ओपीडी तथा एसएनसीयू की भी व्यवस्था है। इस बिल्डिंग में जांच एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड की भी व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त सदर अस्पताल परिसर में कोरोना को लेकर आरटीपीसीआर जांच लैब की स्थापना से अब जिले के बाहर सैंपल भेजने की आवश्यता नहीं होगी। अब 24 घंटे में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट प्राप्त होगी। 5 करोड़ 60 लाख की लागत से नवनिर्मित एएनएम प्रशिक्षण संस्थान एवं छात्रावास से भी स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ेंगी। सदर अस्पताल में पहले से ही पांच बेड का डायलिसिस यूनिट कार्य कर रहा है। अब डायलिसिस के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। इसके अतिरिक्त सदर अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें दो लगभग तैयार है।


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