East Champaran: तिजोरी खाेलोगे या खोपड़ी खोलूं! मैनेजर ने बदमाशों को चाबी दी और हो गई 11 लाख की लूट
East Champaran 11 lakh loot बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस क्षेत्र को सीलकर छापेमारी कर रही है। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा भी घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं। बाइक जांच आरंभ कर दी गई है।
पूर्वी चंपारण, जासं। जिले के मधुबन से इस समय एक बड़ी खबर आ रही है। यहां के मधुबन-तेतरिया पथ पर थाना से महज चंद कदमों की दूरी पर बुधवार की सुबह हथियार से लैस चार बदमाशों ने भारत माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कार्यालय से 11 लाख से अधिक रुपये लूट लिए। यह रुपये कंपनी के एजेंट ने कलेक्शन करके रखा हुआ था। सुबह-सुबह हुई इस घटना के बाद पुलिस की टीम सक्रिय हो गई है। बदमाशों के जाने की दिशा में छापेमारी की जा रही है। इस दौरान उन्होंने कंपनी के मैनेजर से भी आवश्यक पूछताछ की और मौके पर मौजूद पकड़ीदयाल डीएसपी सुनील कुमार सिंह व प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष दिलीप कुमार को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने घटना में दस लाख 95 हजार 975 रुपये की लूट की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बताया कि बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस क्षेत्र को सीलकर छापेमारी कर रही है। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा भी घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं।
इस घटना के बारे में भारत माइक्रो फाइनेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब आठ बजे वे कार्यालय में आकर बैठ गए थे। आज की कार्ययोजना तैयार ही कर रहे थे कि चेहरा ढंके हुए चार की संख्या में बदमाश कार्यालय के अंदर दाखिल हो गए। वे जब तक उनके आने का कारण पूछते, इससे पहले ही उनमें से एक ने सिर पर पिस्टल लगाते हुए जल्द से जल्द तिजोरी खोलने के लिए कहने लगा। चाबी देने में थोड़ी देरी हुई तो दूसरे ने पीछे से कहा, तिजोरी खाेलोगे या फिर खोपड़ी खोल दूं। भयाक्रांत मैनेजर ने तिजाेरी की चाबी उनको सौंप दी। इसके बाद बदमाशों ने तिजोरी में रखे सभी रुपये को बोरे में रख लिया। जाते हुए मैनेजर का मोबाइल और वाॅलेट भी ले लिया और उनको बाथरूम में बंदकर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी आराम से वहां से चले गए।
मैनेजर के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहंचे और बाथरूम से निकाला। इसके बाद उन्होंने लोगों को घटना की जानकारी देने के साथ ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी। सभी बदमाश 25 से 30 वर्ष के थे। सबने स्वेटर पहन रखा था। चेहरे को ढंका हुआ था। उनकी बातचीत से ऐसा लग रहा था कि वे स्थानीय ही हैं।