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नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की .

मुंगेर । प्रखंड क्षेत्र के विक्रमपुर दुर्गा स्थान में चल रहे संगीतमय श्रीमछ्वागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 11:27 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 11:27 PM (IST)
नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की .
नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की .

मुंगेर । प्रखंड क्षेत्र के विक्रमपुर दुर्गा स्थान में चल रहे संगीतमय श्रीमछ्वागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की बड़ी सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई। जिसे देख श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर कथा वाचक स्वामी सुबोधानंदजी महाराज ने कहा कि दुष्टों के संहार, सज्जनों की रक्षा करने एवं सनातन धर्म की स्थापना के लिए भगवान समय समय पर अवतरित होते हैं। उन्होंने कहा कि देवकी जी शुद्ध बुद्धि तथा वासुदेव जी शुद्ध हृदय के प्रतीक हैं। इस अवसर पर स्वामी जी ने नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की . , चलो देख आए नंद घर लाला हुआ आदि भजनों को गाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर जिप सदस्य अनिल वैध , मुखिया ज्योति वैध, राजेंद्र मोदी, प्रवीण साह, सुबोध साह, सुरेश साह, गुंजा देवी, रहमतपुर मुखिया पूनम देवी, प्रो. दिलीप कुमार रंजन, मुखिया प्रतिनिधि सुरेश मांझी, सचिव लाल बहादूर साह, दिनेश साह, चंदन पूर्वे, डॉ. महेश , डॉ राकेश, अंजय सिंह, संजय चौहान, योगेन्द्र दास, अमरकांत पंजियारा, शंभू मंडल, विजय पंजियारा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। ईश्वर की कृपा से मिलते हैं सत्संग और सतगुरु : स्वामी शशिभूषण

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संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : जाने-माने सत्संगी 93 वर्षीय स्व. वासुदेव मंडल का निर्धन 14 फरवरी को उनके पैतृक आवास दरियापुर में हो गया था। उनके निधन पर दरियापुर ग्राम में एक सत्संग सभा आयोजित कर सत्संगियों एवं ग्रामीणों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। संतमत के वरिष्ठ महात्मा स्वामी शशि भूषण बाबा ने कहा कि स्व. मंडल एक आदर्श सत्संगी थे। ईश्वर की जब विशेष कृपा होती है, तब मानव को सत्संग एवं सद्गुरु मिलते हैं। सद्गुरु कलपरू एवं कामधेनु के समान मनोरथ पूर्ण करने वाले होते हैं। सत्संग सेवा से सद्गुण आते हैं और इससे जीवन निर्मल होता है। स्वर्गीय मंडल इसके प्रतिमूर्ति थे। स्वामी गुरुदेव बाबा ने कहा कि वे एक कर्मठ सत्संगी थे। वे सत्संग आश्रम के समिति कई वर्षों तक व्यवस्थापक पद पर रहे थे। इस अवसर पर रामचंद्र मंडल, विमल मोदी, अशोक तांती, शिव शंकर प्रसाद, रामानंद मंडल, कन्हैया लाल, मदन लाल मंडल, राजन कुमार चौरसिया, सूरज कुमार, चंद्रशेखर मंडल, उपेंद्र मंडल, शंकर राम, प्रमोद यादव, शंभू तांती, विमल मोदी, विष्णु देव चौरसिया, राजेश सरस्वती, अर्जुन, नारायण पंडित आदि मौजूद थे।


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