तसल्ली के लिए डेटा आपरेटर की फिर कराई जांच, पाजिटिव आई रिपोर्ट
संवाद सहयोगी, मुंगेर : पहले लापरवाही बरती, अब उसे सुधारने के लिए सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने
संवाद सहयोगी, मुंगेर : पहले लापरवाही बरती, अब उसे सुधारने के लिए सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने डेटा आपरेटर का फिर से कोरोना की जांच कराई। एंटिजन में पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद इन्हें तसल्ली नहीं हुई तो आरटीपीसीआर से विधि का सहारा लिया। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट भी पाजिटिव आई। प्रबंधक के बचाव में आरटीपीसीआर ही एक आखिरी उम्मीद थी, वह भी साथ नहीं दिया। सीन से पूरी तरह पर्दा हट गया है कि अपना रौब दिखाकर किस तरीके से संक्रमित डेटा आपरेटर से दो दिनों तक काम लिया गया। लोग भी इस बात से दंग है कि जिस स्वास्थ्य विभाग पर कोरोना को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी है, उसी विभाग का एक पद वाले ने इतनी बड़ी लापरवाही कैसे कर दी। दो दिनों में जिन मरीजों का पर्चा काटा गया है, उनका ट्रेस भी नहीं मिला है। पर्चा लेने वाले मरीज घर गए, अपनो से मिले। मरीज किस-किस से मिले पूरा ब्योरा निकालना स्वास्थ्य विभाग के समक्ष बड़ी चुनौती है। प्रबंधक की वर्षों से चल रही हुकूमत से अस्पताल के सभी कर्मचारी भी डरे-सहमे रहते हैं।
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कोरोना नियंत्रण के लिए दिन-रात एक किए हैं सीएस
जिले में जिस तरह से कोरोना संक्रमित का मामला बढ़ रहा है, उससे स्वास्थ्य विभाग की परेशानी काफी बढ़ गई है। सिविल सर्जन काफी चितित भी हैं, सुबह से लेकर रात तक व्यवस्था को लेकर सतर्क हैं। जिला मुख्यालय से लेकर अनुमंडलीय अस्पताल और प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों की हर दिन जानकारी ले रहे हैं। कहां दवाइयां कम है और किस केंद्र पर संसाधन। ऐसे में प्रबंधक की एक लापरवाही से संक्रमण का चेन बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।