Move to Jagran APP

नाम मॉडल स्टेशन, सुरक्षा जनरल जैसी भी नहीं

मुंगेर। मॉडल स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा भगवान के भरोसे है। यहां यात्रियों और सामानों के जांच की कोई सुविधा नहीं है। कुछ भी लेकर प्लेटफॉर्म पर जा सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Jan 2018 07:50 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jan 2018 07:50 PM (IST)
नाम मॉडल स्टेशन, सुरक्षा जनरल जैसी भी नहीं
नाम मॉडल स्टेशन, सुरक्षा जनरल जैसी भी नहीं

मुंगेर। मॉडल स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा भगवान के भरोसे है। यहां यात्रियों और सामानों के जांच की कोई सुविधा नहीं है। कुछ भी लेकर प्लेटफॉर्म पर जा सकते हैं। ट्रेन में सवार हो सकते हैं। कुछ ऐसा ही हाल स्टेशन की है। नक्सली बंद या देश में आतंकी घटना के बाद स्टेशन और प्लेटफार्म की सुरक्षा बढ़ा दी जाती है। लेकिन एक दो दिनों के बाद स्थिति जस की तस दिखने लगती है। रविवार को स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पर स्थिति दावों के ठीक विपरीत दिखी। स्टेशन की सुरक्षा पूरी तरह लचर दिखी। यहां न तो यात्रियों को चेक किया जा रहा था न इनकी सामानों को। यात्री आराम से आते जाते रहे। स्टेशन पर रोजाना 42 और खगड़िया बेगसराय की रूट की 3 जोड़ी गाड़ियों का परिचालन खगड़िया, बेगूसराय सेक्शन पर होता है। रेलवे के अनुसार करीब 90 हजार यात्रियों का आना जाना होता है। इसमें से कभी भी एक भी यात्रियों की जांच नहीं होती है। जब कुछ घटनाएं होती हैं तभी आरपीएफ सजग होती है। नतीजतन ट्रेन और प्लेट़फॉर्म की सुरक्षा भगवान भरोसे ही है। वर्तमान में जीआरपी के पास दो और आरपीएफ के पास छह हैंड मेटल डिटेक्टर है। 8 हैंड डिटेक्टर पर 90 हजार यात्रियों की जांच की जिम्मेवारी है। स्टेशन पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं । रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम तो दूर मुख्य द्वार लगे मेटल डिटेक्टर तक चालू महीनों से बंद है। यात्रियों के सामान की एक्सरे जांच की भी व्यवस्था नहीं है। यहां से दर्जनों गाड़ियां आती जाती हैं और हजारों लोगों की भीड़ यहां होती है। ऐसे में कोई भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है। प्लेटफार्म पर पहुंचने के लिए दो प्रवेश द्वार हैं।

loksabha election banner

------------

बॉक्स

कुछ माह पहले ही पकड़े गए हैं हथियार

निरंतर चे¨कग न होने का शरारती तत्व फायदा उठा रहे हैं। हाल ही में ट्रेन से अवैध अर्धनिर्मित हथियार के साथ कुछ बदमाश ट्रेन में सवार हो गए थे । लेकिन उस दिन ट्रेन में जीआरपी ने अचानक चे¨कग शुरू कर दी और सभी को दबोच लिया था। इससे पहले भी कई लोग अवैध हथियार के साथ पकड़े जा चुके हैं।

-----------

बॉक्स

आदेश के बाद नहीं लग सका सीसीटीवी कैमरा

यात्री और ट्रेनों में सुरक्षा को देखते हुए मॉडल स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया था लेकिन इसके बाद भी नहीं लग सका सीसीटीवी कैमरा । पोर्टिकों, प्लेटफॉर्म पर कैमरा लगाने की योजना थी मगर लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका।

-----------------

बॉक्स

26 जनवरी को लेकर रेल के सीनियर एसपी शंकर झा ने सभी रेल थानों को अलर्ट किया है। गणतंत्र दिवस पर नक्सलियों की मूवमेंट की आशंका को देखते हुए सभी को सतर्क किया गया है।

कोट

स्टेशन और ट्रेनों में चे¨कग की जाती है। स्क्वायड डॉग की भी मदद ली जाती है। ट्रेनों में स्कॉर्ट के दौरान संदेहास्पद लोगों से पूछताछ सामानों को जांच किया जाता है।

कृपा सागर, रेल थानाध्यक्ष जमालपुर

---------

कोट

ट्रेनों और यात्रियों की जांच की जाती है। मेटल डिटेक्टर से सामानों को भी चेक किया जाता है। सीसीटीवी कैमरे से स्टेशन पर यात्रियों के हर गतिविधि हर पर नजर रखी जाती है।

ईश्वर प्रसाद यादव, सहायक सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ, जमालपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.