स्थानीय अधिकारी को संघर्ष मोर्चा ने बताया रेल के विकास में बाधक, फूंका पुतला
मुंगेर। जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने स्थानीय रेल अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खो
मुंगेर। जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने स्थानीय रेल अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मोर्चा के युवा कार्यकर्ताओं ने रेल क्षेत्र में पदस्थापित स्थानीय अधिकारियों पर सोची समझी साजिश के तहत कारखाना व डीजल शेड को बंद करवाने, स्क्रैप के नाम पर कीमती लोहे को बेचने, अल्बर्ट रोड की जर्जरता, गोल्फ मैदान को शहर के युवाओं के लिए बंद करने, गोल्फ क्लब और जेएसए मैदान में चल रहे अनैतिक कार्य, आंदोलनकारियों पर मुकदमा करवाने के आरोप में सीडब्ल्यूएम, डब्ल्यूपीओ, एसडीएमई, एटी, पीएस आदि का रावण की शक्ल में पुतला बना दहन किया। इससे पहले मनोज क्रांति और कुमार प्रभाकर के नेतृत्व में शहर में जुलूस निकाला गया। इस दौरान आंदोलनकारी भ्रष्ट अधिकारियों की सिडिकेट की जांच करो, जमालपुर कारखाना को निर्माण का दर्जा दो, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड में तब्दील करो, सीडब्ल्यूएम, डब्ल्यूपीओ मुर्दाबाद आदि नारे लगा रहे थे। पुतला दहन के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मनोज क्रांति और कुमार प्रभाकर ने कहा कि अधिकारियों की तानाशाही के कारण रेल क्षेत्र जमालपुर की स्थिति दिनोंदिन दयनीय होती जा रही है। यहां पदस्थापित अधिकारी एक सिडिकेट बना कर कारखाना और रेल के अन्य इकाई को दीमक की तरह चाट रहे हैं। जिसे लेकर जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा की युवा टीम आर-पार की लड़ाई का शंखनांद करती है। भ्रष्ट अधिकारियों पर रेलवे के महाप्रबंधक संज्ञान नहीं लेते हैं, तो संघर्ष मोर्चा की युवा टीम उग्र आंदोलन करेगी।
प्रदर्शन में आशीष कुमार, सत्यजीत पासवान, शंभु शंकर, दिनेश साहू, दिलीप रावत, राजीव पटवा, सूरज मंडल, गूंजन यादव, जीवन पासवान आदि मौजूद थे।