इस बार भी अपना विधायक नहीं दे सका बरियारपुर
मुंगेर। बरियारपुर प्रखंड राजनीतिक रूप से काफी उर्वरा भूमि रही है। आजादी के बाद से अब तक
मुंगेर। बरियारपुर प्रखंड राजनीतिक रूप से काफी उर्वरा भूमि रही है। आजादी के बाद से अब तक बरियारपुर प्रखंड में रहने वाले नेता 41 वर्षो तक जमालपुर विधानसभा के विधायक रहे हैं, लेकिन 2020 के चुनाव में बरियारपुर प्रखंड में रहने वाले कोई नेता नहीं जीत पाए।
इस चुनाव में बरियारपुर निवासी तीन नेता चुनाव मैदान में थे। इनमें से दो जमालपुर एवं एक मुंगेर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन किसी भी नेता को जीत नसीब नहीं हुई । आजादी के बाद पहले चुनाव 1952 से 1967 तक कांग्रेस के नेता योगेंद्र महतो जमालपुर के विधायक बने। वे बरियारपुर प्रखंड के ही रहने वाले थे। 1967 से 1969 तक समाजवादी नेता भागवत प्रसाद यादव, 1972 से 77 तथा 77 से 80 तक बरियारपुर के सुरेश प्रसाद सिंह ने विधायक पद को सुशोभित किया। 1969 से 1972 तथा 1980 से 2005 तक बरियारपुर के किसी भी नेता को विधायक बनने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान बरियारपुर के दो नेताओं ने सांसद पद को सुशोभित किया। इसके कारण बरियारपुर में विधायक या सांसद की कमी नहीं खली। 2005 से 2020 तक शैलेश कुमार ने विधायक तथा मंत्री पद को सुशोभित किया। 2020 के चुनाव में शैलेश कुमार भी चुनाव हार गए। वहीं, मुंगेर से राजद प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव और जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से लोजपा प्रत्याशी दुर्गेश सिंह भी चुनाव हार गए। प्रखंड के लोगों का कहना है कि भले ही इस चुनाव में प्रखंड के कोई भी नेता विधायक नहीं बन पाए, लेकिन अगले चुनाव में निश्चित रूप से बरियारपुर का कोई ना कोई नेता विधायक अवश्य बनेगा।