लोजपा अपने दम पर लड़ती है चुनाव : मिथिलेश
मुंगेर। जदयू और लोजपा की लड़ाई अब नीचले स्तर तक उतर आई है। जदयू सांसद ललन सिंह द्वारा लोक
मुंगेर। जदयू और लोजपा की लड़ाई अब नीचले स्तर तक उतर आई है। जदयू सांसद ललन सिंह द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को कालिदास बोलने को लेकर लोजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार को लोक जनशक्ति पार्टी के प्रधान कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मिथिलेश सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोजपा नेता मिथिलेश सिंह ने कहा कि ललन सिंह को पुरानी बात याद नहीं रहती है। लोक जनशक्ति पार्टी किसी के बल पर चुनाव नहीं लड़ती है। अपने बलबूते पर चुनाव लड़ती है।
2014 में जब राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जमुई संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सहयोग से चुनाव लड़े थे। उस समय जदयू प्रत्याशी तीसरे नंबर पर थे। मुंगेर से खुद ललन सिंह लोजपा के प्रत्याशी वीणा देवी से चुनाव हार गए थे। चिराग पासवान बिहार के विकास की बात करते हैं तो जदयू वालों को नागवार गुजरता है। कोरोना महामारी में टेस्टिग की संख्या बढ़ाने की बात लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले से कहते आ रहे हैं। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहते हुए बिहार सरकार को अधिक टेस्टिग की सलाह दी। ऐसे में लोजपा की सलाह जदयू को गठबंधन विरोधी लगने लगी। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को कालिदास कहना खुद उनके सूरदास होने के समान है। उनके द्वारा दिया गया बयान गठबंधन को तोड़ने के समान है । लोजपा का मनना है कि बिहार के नेतृत्व का फैसला भारतीय जनता पार्टी लेगी और उस पर लोक जनशक्ति पार्टी अडिग है। लोक जनशक्ति पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन जदयू से भी पुराना है। हमारी पार्टी गठबंधन में पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ खड़ी रहेगी। पार्टी गठबंधन के दलों के साथ साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने की मांग पर अडिग है। तीनों दलों के मेनिफेस्टो को जोड़ा जाए। लोजपा का मेनिफेस्टो बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट बना हुआ है। श्री सिंह ने स्पष्ट कहा कि हमारा गठबंधन बिहार में भाजपा के साथ है। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि चंद्रशेखर चौधरी, प्रदेश महासचिव मीणा देवी, आइटी सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव चौधरी आदि मौजूद थे।