पुलिस से बचने के लिए नहीं, स्वयं के जीवन के लिए पहने हेलमेट
मुंगेर। यातायात नियमों की अनदेखी के कारण बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। दस दिना
मुंगेर। यातायात नियमों की अनदेखी के कारण बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। दस दिनों के अंदर सड़क दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में थोड़ी सी सतर्कता बरत कर हम दुर्घटना में होने वाले जान माल के नुकसान को कम कर सकते हैं। सड़क दुर्घटना के कुछ मामलों पर गौर करें, तो चालक की लापरवाही सामने आती है। अमूमन दो पहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं। जबकि चार पहिया वाहन पर सवार लोग सीट बेल्ट बांधना अपनी शान के खिलाफ समझते हैं। जबकि हेलमेट पहने रहने पर सड़क दुर्घटना में आपकी जान बच सकती है। सीट बेल्ट का उपयोग भी सड़क दुर्घटना में आपकी जान बच जाने की संभावना बढ़ाता है। सीट बेल्ट लगाने से सड़क दुर्घटना में मौत का खतरा 40 से 50 फीसदी तक कम हो जाता है।
जिला परिवहन पदाधिकारी रामाशंकर ने कहा कि हेलमेट के इस्तेमाल को लेकर विभाग द्वारा समय समय पर प्रचार प्रसार अभियान चलाया जाता है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान भी लोगों को गुलाब भेंट कर उनसे हेलमेट लगाने की अपील की गई है। सड़क दुर्घटना में सर में चोट लगने पर बाइक सवार की अक्सर मौत हो जाती है। ऐसे में अगर वे हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं, तो उनकी जान बच जाती है। ऐसे में पुलिस से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए लोगों को हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए। वहीं सीट बेल्ट नहीं लगाने पर भी वाहन सवार से जुर्माना वसूला जाता है। सीट बेल्ट एक ऐसा यंत्र है जो दुर्घटना के समय अंदर बैठे व्यक्ति को सिर पर चोट लगने से बचाता है। वहीं दो पहिया वाहन चलाने वाले और पीछे बैठने वाले दोनों को हेलमेट पहनना अत्यंत आवश्यक है। बिना हेलमेट बाइक और स्कूटर चलाने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है और जो पहनते हैं वे भी केवल पुलिस से बचने के लिए खराब गुणवत्ता वाले हेलमेट का उपयोग करते हैं।
देश में होने वाले सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हैं कि हादसे में चालक से अधिक खतरा पीछे बैठने वाले व्यक्ति को होता है। लिहाजा बाइक स्कूटर पर बच्चों को भी हेलमेट लगाकर चलाएं। हेलमेट हमेशा आइएसआइ मार्का वाले ही उपयोग करना चाहिए। क्योंकि इन हेलमेटों को सुरक्षा मानकों के आधार पर बनाया जाता है। हमें अपने जीवन में सड़क नियमों का पालन केवल पुलिस से बचाव के लिए नहीं, बल्कि अपने और अपने परिवार के बचाव के लिए करना चाहिए।