छठ पूजा पर सेल्फी और वीडीयो कॉ¨लग की रही धूम
मुंगेर। आस्था के महापर्व छठ पर हर कोई अपने परिवार के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामि
मुंगेर। आस्था के महापर्व छठ पर हर कोई अपने परिवार के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हुआ। जो किसी कारण से महापर्व में नहीं आ पाए थे वे वीडियो कॉ¨लग के माध्यम से अपने परिवार के साथ त्योहार की खुशियां बांट रहे थे। त्योहार के दौरान युवा वर्ग लगातार सेल्फी लेकर इस छठ की यादों को सहेजते दिखे। घाटों पर तैनात सुरक्षा बलों के जवान भी ड्यूटी करते हुए वीडियो कॉ¨लग के माध्यम से अपने परिवार के साथ त्योहार की खुशियां बांटी। युवा जवान भी डयूटी के दौरान छठ घाट पर अपनी सेल्फी बनाने में मशगूल दिखे।
कुल मिलाकर डीजिटल युग का प्रभाव छठ घाटों पर पूरी तरह देखने को मिला। जो लोग इसे महज बिहार के त्योहार के रूप में देखते थे। वे भी दूर रह कर भी इस पर्व को बेहद करीब से जानने लगे हैं। फेसबुक, यूट्यूब , ट्विटर आदि डिजिटल प्लेटफार्म ने इसे प्रचारित करने में अपना बेहद योगदान दिया है। राखी कुमारी एवं सुनीता कुमारी गंगा घाट पर छठ की अनुपम छठा देखी तो सेल्फी लेने से अपने आप को रोक नहीं पाई और सेल्फी लेने के बाद फौरन उसे फेसबुक पर इंस्टाग्राम में पोस्ट कर दिया।
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छुट्टी नहीं मिली लेकिन वीडियो कॉल से छठी मईया का आर्शीवाद ले लिया
छठ पर्व पर मुंगेर जिले के बबुआ घाट, सोझी घाट, विभिन्न घाटों पर आस्था का जन समूह उमड़ पड़ता है। गंगा की गोद में खड़े होकर हजारों हाथ डूबते सूर्य को इस कामना के साथ विदा करते है कि कल सुबह की सूर्य उनके जीवन में एक नई उर्जा लेकर आएगा। और इसी उम्मीद और आस्था के साथ उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर लोग सूर्योपासना के चार दिवसीय अनुष्ठान को पूरा करते हैं। लोगों में इस त्योहार को लेकर ऐसी आस्था है कि हर कोई इसे अपने परिवार के साथ मिलकर मनाना चाहता है। लेकिन नौकरी की मजबूरी के कारण कई लोग इस मौके पर परिवार के साथ उपस्थिति नहीं हो पाते हैं ऐसे में खासकर विधि व्यवस्था में लगे दंडाधिकारी व पुलिस बल अपने परिवार के साथ इस मौके पर उपस्थित नहीं हो पाते हैं। लेकिन डिजीटल प्लटफार्म ने इस कमी को दूर किया है। और ऐसे लोगों ने भी वीडियो कॉ¨लग के द्वारा अपने परिवार के साथ त्योहार में शामिल हो छठ मईया का आशीर्वाद लिया।