डीआरएम के निर्देश के बाद नए सुरंग के निर्माण कार्य में आई तेजी
- निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए सुरंग के दोनों मुहाने से कार्य होना जरूरी डीआरएम -
- निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए सुरंग के दोनों मुहाने से कार्य होना जरूरी : डीआरएम
- मार्च 2020 तक नए सुरंग निर्माण कार्य पूरा करने का एजेंसी के पास है समय संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : मालदा डिवीजन के सबसे महत्वपूर्ण परियोजना में से एक जमालपुर बरियारपुर रेलखंड पर निर्माणाधीन दूसरे सुरंग के निर्माण कार्य में तेजी आई है। लगभग 35 करोड़ की लागत से विदेशी टेक्नोलॉजी के आधार पर निर्माण किए जा रहे दूसरे सुरंग निर्माण कार्य धीमी गति पर बीते दिनों डीआरएम यतेंद्र कुमार ने नाराजगी जताई। डीआरएम ने एजेंसी एवं संबंधित अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने की नसीहत दी है। डीआरएम ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जब तक कि पहाड़ के दोनों छोड़ से सुरंग निर्माण का कार्य नहीं शुरू होगा, तब तक रेलवे द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। इधर डीआरएम की नसीहत के बाद एजेंसी भी निर्माण कार्य में तेजी से जुट गई है। वहीं, निर्माण कार्य में किसी भी तरह का बाधा उत्पन्न नहीं हो, इसको लेकर आरपीएफ इंस्पेक्टर फिरोज अख्तर समय-समय पर नए सुरंग निर्माण कार्य स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंच रहे हैं। बताते चलें कि रेलवे के इस नए सुरंग निर्माण का कार्य ऑस्ट्रेलियन तकनीक के आधार पर किया जा रहा है। 903 लंबाई एवं 20 फीट चौड़ी सुरंग के निर्माण पर 35 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। वहीं, रेलवे ने मार्च 2020 तक दूसरे सुरंग का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जमालपुर के पहला सुरंग निर्माण कार्य की बात करें तो 1885 में निर्माण कार्य शुरू हुआ और वर्ष 1861 में सुरंग बन कर तैयार हो गया था।