जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति, बिचौलिये की हो रही चांदी
संवाद सूत्र मुंगेर कहने को तो सदर अस्पताल में मरीजों के लिए 43 प्रकार के जांच की सुविधा
संवाद सूत्र, मुंगेर : कहने को तो सदर अस्पताल में मरीजों के लिए 43 प्रकार के जांच की सुविधा है लेकिन व्यवहारिक रूप से इनमें कई महत्वपूर्ण जांच की सुविधा अस्पताल में नहीं है। नतीजन इसका लाभ लेकर बिचौलिये की चांदी ही चांदी है। ऐसे में यह कहना उचित ही होगा कि सदर अस्पताल में जांच के नाम पर बस खानापूर्ति ही हो रही है। और निश्शुल्क जांच की उम्मीद लेकर आने वाले मरीजों की जेब पर इसका असर पड़ता है। बता दें कि सदर अस्पताल में हेपेटाइटिस, ब्लड ग्रुप, वीडीआरएल, यूरिन जैसे महत्वपूर्ण जांच की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है।
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सदर अस्पताल में बिचौलिये का बोलबाला
सदर अस्पताल के जांच घर में टीसी, डीसी, वीडीआरएल, मधुमेह जैसी जांच ही हो पाती है। आंत, किडनी, पीलिया, वायरल बीमारी आदि की जांच नहीं हो पाती है। वहीं, जांच घर के आसपास दर्जनों की संख्या में दलाल मंडराते रहते हैं। सुदूर गांव देहात के मरीजों को जांच घर के पास देखते ही दलाल उन्हें कहते हैं कि अस्पताल के जांच घर में सही तरीके से जांच नहीं होती है। अगर, बेहतर जांच रिपोर्ट चाहिए, तो निजी जांच घर में ही जांच कराएं। इसके बाद दलाल मरीजों से उनके जांच की पर्ची लेकर स्वयं निजी जांच घर तक पहुंचा देते हैं। निजी जांच घर के संचालकों ने ऐसे दलालों के लिए कमीशन की मोटी रकम तय कर रखी है। दलालों का सबसे अधिक शिकार महिलाएं होती है। सदर अस्पताल में सक्रिय दलालों पर अंकुश लगाने के लिए सदर अस्पताल परिसर में दर्जनों जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। या तो ये कैमरे काम नहीं कर रहे हैं या अस्पताल प्रशासन इसे देख कर अंजान बन रहे हैं। दलालों की सक्रियता कई सवाल खड़े कर दे रही है।
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बोले मरीज :
अस्पताल के जांच घर में जांच कराने पहुंची मय पंचायत की जीतू कुमारी, रेशमा खानम, मंजू कुमारी , लखिया देवी, मनोरमा देवी, सोनी कुमारी आदि ने बताया कि चिकित्सक के द्वारा कई प्रकार की जांच कराने की सलाह दी गई। चिकित्सक ने बताया कि जांच रिपोर्ट देखने के बाद दवा दी जाएगी। लेकिन, जांच घर में आने के बाद कर्मियों ने कहा कि कुछ जांच बाहर कराना होगा। हम तो यह जान रहे थे कि सरकार के द्वारा सदर अस्पताल में जांच से लेकर दवा तक निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाती है।
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बोले जांच घर के कर्मचारी
सरकार ने मरीजों के जांच की निश्शुल्क व्यवस्था की है। लेकिन, मरीज जांच की सुविधा का दुरुपयोग करते हैं। प्रत्येक महीने कम से कम सौ मरीज जांच रिपोर्ट तक लेने नहीं आते हैं। प्रत्येक दिन दर्जनों मरीज जांच कराते हैं। इस कारण कई बार जांच के लिए प्रयुक्त दवा और केमिकल के अभाव के कारण जरूरतमंद मरीज को लाभ नहीं मिल पाता है। वर्तमान में दो हजार से अधिक जांच रिपोर्ट जांच घर में पड़े हुए हैं। जिसे लेने कोई मरीज नहीं आया।
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कोट :::
दो दिनों में सभी प्रकार की जांच की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। अस्पताल में कई जांच की सुविधा नहीं होने के कारण दलाल मरीजों को बहला फुसला कर निजी जांच केंद्र ले जाया करते है। अब ऐसा नहीं होगा, वैसे दलालों के लिए अस्पताल प्रशासन सिविल ड्रेस में पहचान कर उसकी जांच करायी जाएगी और उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे से भी सक्रिय दलालों पर निगरानी रखी जाएगी।
डॉ. सुधीर कुमार सिंह, अस्पताल उपाधीक्षक