पुलिस मुठभेड़ में अरविद यादव भी हुआ जख्मी
- कई सब जोन बना कर संगठन को मजबूत बनाने की तैयारी में हैं नक्सली - अलग अलग सब जोन के लिए
- कई सब जोन बना कर संगठन को मजबूत बनाने की तैयारी में हैं नक्सली
- अलग अलग सब जोन के लिए पदाधिकारी भी तय करने की मिली है जानकारी
- अस्पतालों और निजी क्लीनिक पर भी रखी जा रही है नजर
जागरण संवाददाता, मुंगेर : लखीसराय में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में नक्सल संगठन का कमांडर अरविद यादव भी गोली लगने से जख्मी हुआ है। अरविद यादव के साथ कई और नक्सलियों को भी गोली लगी है। हालांकि, नक्सली अपने जख्मी साथियों को लेकर भागने में सफल रहे। ऐसे में पुलिस अब अस्पताल, निजी क्लीनिक के साथ ही ग्रामीण चिकित्सकों पर भी नजर रख रही है। मुठभेड़ के बाद मिले नक्सली साहित्य, डायरी सहित अन्य कागजात से नक्सलियों के खतरनाक इरादों का भी खुलासा हुआ है। नक्सली अब जोन को कई छोटे छोटे सब जोन में बांट कर संगठन को मजबूत करने की तैयारी में हैं। नक्सली से बरामद डायरी के अनुसार झाझा सब जोन में रावण कोड़ा के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक लोगों को अलग अलग पद पर नियुक्त करने की बात लिखी हुई है।
-------------------
घटना को अंजाम देने से लेकर साथियों को जमानत दिलाने में राशि खर्च करते हैं नक्सली
नक्सली आपराधिक घटना को अंजाम देने से लेकर जेल में बंद अपने साथियों को जमानत दिलाने में बड़ी राशि खर्च करते हैं। बीते दिनों लखीसराय में मदन यादव की हत्याकांड को अंजाम देने में नक्सली नेता अरविद यादव शामिल था। डीआइजी मनु महाराज ने कहा कि मुठभेड़ के बाद नक्सली अरविद यादव की डायरी पुलिस को मिली है। जिसमें मदन यादव हत्याकांड की बात लिखी हुई है। हत्याकांड को अंजाम देने में खर्च की गई राशि का भी जिक्र है। वहीं, एक नक्सली को जेल से जमानत दिलाने में खर्च हुई राशि का ब्यौरा भी दर्ज है।
--------------------------
कोट :::
नक्सली प्रवेश दा, अरविद यादव, बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा सहित कई प्रमुख नक्सलियों के जुटे होने की सूचना के बाद सीआरपीएफ, एसटीएफ और जिला बल की टीम ने नक्सलियों के खिलाफ कांबिग ऑपरेशन चलाया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में कई नक्सलियों के जख्मी होने की सूचना मिली है। जख्मी होने वाले नक्सलियों में अरविद यादव भी है। अरविद यादव का चश्मा और डायरी भी मिला है। नक्सलियों से बरामद साहित्य के अनुसार नक्सली छोटे छोटे सब जोन बना कर संगठन को मजबूत करने की तैयारी में थे। लेकिन, नक्सलियों की यह योजना विफल हो गई।
मनु महाराज, डीआइजी मुंगेर