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मुंगेर में तीन महीने गंगा रोकती है अपराध

- गंगा के लौटने के बाद गरजती है बंदुकें - दियारा की जमीन और मछली मारने के लिए बढ़ता ह

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 05:10 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 05:10 PM (IST)
मुंगेर में तीन महीने गंगा रोकती है अपराध
मुंगेर में तीन महीने गंगा रोकती है अपराध

- गंगा के लौटने के बाद गरजती है बंदुकें

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- दियारा की जमीन और मछली मारने के लिए बढ़ता है गैंगवार

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जागरण संवाददाता, मुंगेर : गंगा पापियों का पाप धोती है। यह बातें मुंगेर में चरितार्थ होती है। मुंगेर के बगल से कल कल बहने वाली गंगा साल में तीन महीने अपराध पर लगाम लगा देती है। जी हां, यह सोलह आने सच है। अपने विषम भौगोलिक परिवेश के कारण मुंगेर में गंगा दियारा का क्षेत्र अवैध हथियार निर्माण व तस्करी के साथ ही शराब के अवैध कारोबारों के लिए भी सेफ जोन माना जाता है। दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध हथियार का निर्माण किया जाता है। इस बात की गवाही मुंगेर के थानों में दर्ज मुकदमों के आंकड़े भी दे देती है। दियारा क्षेत्र से अब तक सैकड़ों बार मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया जा चुका है। बात सिर्फ अवैध हथियार के निर्माण तक ही सिमटी हुई नहीं है। मुंगेर का गंगा दियारा खगड़िया, नौगछिया और भागलपुर से जुड़ा हुआ है। इस कारण दियारा क्षेत्र में कई आपराधिक गिरोह भी सक्रिय हैं। दियारा में सक्रिय आपराधिक गिरोह द्वारा फसल लूट, किसानों से खेती के बदले रंगदारी वसूलने, जबरन जमीन पर कब्जा जमाने की घटना को अंजाम दिया जाता है। मुंगेर में गंगा दियारा में पुलिस पिकेट, हरिणमार थाना के निर्माण के बाद भी दियारा क्षेत्र में अवैध कारोबार और आपराधिक गिरोह पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगाया जा सका है। लेकिन, जब गंगा पूरे उफान पर होती है, तो दियारा क्षेत्र को अपने आगोश में ले लेती है। दियारा क्षेत्र के डूब जाने के बाद आपराधिक गतिविधि पूरी तरह से थम जाती है।

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गंगा लौटती है, तो बढ़ता है अपराध

बाढ़ बरसात के बाद गंगा जब अपने को पुराने धार में समाहित कर शांत हो जाती है, तो दियारा अशांत हो जाता है। प्रत्येक वर्ष बाढ़ बरसात के समय गंगा दियारा का भूगोल बदल देती है। कहीं मिट्टी, खेत खलिहान काटती है, तो कहीं जोड़ देती है। इस कारण दियारा क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष सैकड़ों एकड़ नई जमीन निकलती है। खेतों के मेढ़ (सीमा तय करने के लिए बना आर) भी मिट जाता है। इसके बाद जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर दियारा में बंदूकें गरजने लगती है। वहीं, जगह जगह जमे पानी में मछली मारने को लेकर भी गोलीबारी की घटना होती है। गंगा के वापस लौटने के बाद हथियार और शराब तस्करी से जुड़े लोग भी दियारा में सक्रिय होते हैं।

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कोट ::::::::

बाढ़ बरसात के बाद दियारा में जमीन पर कब्जा करने को लेकर आपराधिक गिरोह में गोलीबारी होती है। ऐसी घटना को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को सजग रहने की जरूरत है। मुंगेर जिला पुलिस को अलर्ट किया गया है। दियारा से पूरी तरह से पानी निकल जाने के बाद पुलिस अभियान शुरू करेगी।

मनु महाराज, डीआइजी, मुंगेर


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