ट्राय साइकिल दौड़ में सुबोध और बैसाखी दौड़ में अजीत रहे अव्वल
- दिव्यांग खिलाड़ियों को किया सम्मानित कार्यक्रम में मतदाता जागरुकता का भी दिया संदेश संवाद स
- दिव्यांग खिलाड़ियों को किया सम्मानित, कार्यक्रम में मतदाता जागरुकता का भी दिया संदेश
संवाद सूत्र, मुंगेर : स्वीप कोषांग द्वारा मतदाता जागरुकता को लेकर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। लोक सभा निर्वाचन में दिव्यांग मतदाताओं का शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने को लेकर निर्वाचन आयोग प्रतिवद्ध है। मंगलवार को पोलो मैदान में मतदाता जागरुकता को लेकर दिव्यांग खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में साधारण दौड़, ट्राई साईकिल दौड़ एवं बैसाखी दौड़ का आयोजन किया गया। पोलो मैदान में दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर लोगों का दिल जीत लिया। वहीं, 29 अप्रैल को मताधिकार का प्रयोग करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। खेल प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने विभिन्न श्रेणी के खेलों में हिस्सा लेकर अपनी खेल क्षमता का प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों की संख्या को देखते हुए 05-06 चक्र क्वालिफाइंग राउंड चलाकर फाइनल राउंड के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन किया गया। तीनों श्रेणी के खेलों से प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया। बैसाखी दौड़ में भाग लेने वाली महिला दिव्यांग खिलाड़ी कौड़ा मैदान की आभा देवी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। परिणाम स्वरूप स्पेशल ज्यूरी अवार्ड के तहत उन्हें अंगवस्त्र और पदक से सम्मानित किया गया। 100 मीटर के ट्राय साईकिल दौड़ में प्रथम पुरस्कार सुबोध कुमार, महरना, धरहरा, द्वितीय पुरस्कार चंदन कुमार, मुरली पहाड़ कटरिया, तृतीय पुरस्कार रोहित कुमार, कटोरिया ने प्राप्त किया। वहीं बैसाखी दौड़ में प्रथम स्थान अजीत कुमार, द्वितीय स्थान रविश कुमार, तृतीय स्थान अजय कुमार पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं साधारण दौड़ में राहुल कुमार ने प्रथम, रवि कुमार ने द्वितीय, आशीष कुमार ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। सभी सफल प्रतिभागी को अंगवस्त्र एवं पदक प्रदान किया गया। मौके पर नोडल पदाधिकारी स्वीप दिनेश कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा-सह-नोडल पीडब्लूडी अतुल कुमारी, जितेन्द्र कुमार चौरसिया, आईकॉन राजन कुमार, नगर प्रबंधक दीपक कुमार तिवारी, कौशल किशोर पाठक, राजेश कुमार सिंह, कविता चौरसिया, बुनियाद केन्द्र के इंद्रजीत कुमार गुप्ता, आमीर आदि मौजूद थे।