जनसंख्या नियंत्रण में महिलाएं पुरुषों पर पड़ रही है भारी
संवाद सूत्र, बरियारपुर(मुंगेर) : सरकार जनसंख्या नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए लगातार अभि
संवाद सूत्र, बरियारपुर(मुंगेर) : सरकार जनसंख्या नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए लगातार अभियान चला रही है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकार प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भ निरोधक गोली, कंडोम वितरण के साथ ही निशुल्क आपरेशन शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। पुरूष नसबंदी कराने पर 3000 रुपये जबकि, महिला के बंध्याकरण पर दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि लाभुकों को देती है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर महीने बंध्याकरण के लिए शिविर का भी आयोजन किया जाता है। बरियारपुर में सिमित संसाधन के बाद भी चिकित्सक इस काम को करते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सरकारी आंकड़े के अनुसार साल 2018 में पुरूष नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण के आंकड़े स्पष्ट बताते हैं कि महिलाओं की तुलना में पुरूषों के नसबंदी कराने की संख्या काफी कम है। पिछले साल मात्र 06 पुरूषों ने नसबंदी आपरेशन कराया। जबकि, महिलाओं की संख्या 188 रही। जबकि, सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या 1548 रही। बरियारपुर पीएचसी के चिकित्सक ने कहा कि पुरुषों में नसबंदी को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। पुरुषों में आज भी यह मान्यता है कि नसबंदी कराने से उनमें कमजोरी आ जाएगी। जिसके बाद वे अधिक परिश्रम वाला काम नहीं कर सकेंगे। जबकि, विषेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि यह धारणा गलत है। इससे काम करने में कोई कमजोरी नहीं आती है। इस संवंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि केंद्र द्वारा समय समय पर पुरूषों को नसबंदी के लिए जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाता है। इसके बाद भी महिलाओं की तुलना में पुरूष काफी कम संख्या में आगे आ रहे हैं।