मार्च से भागलपुर-क्यूल के बीच चलेगी ईएमयू
पेज पांच का टाप बाक्स - होली से पहले पूर्व बिहार के लोगों को मिलेगा तोहफा - फरवरी अंि
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- होली से पहले पूर्व बिहार के लोगों को मिलेगा तोहफा
- फरवरी अंतिम सप्ताह में रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे निरीक्षण केएम राज, संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर): किऊल जमालपुर भागलपुर रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेनें की रफ्तार अब और तेज होगी। रेल सूत्रों की मानें तो इस रेल खंड पर मार्च से इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू ) सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू हो जाएगा। इसकी शुरुआत होते ही भागलपुर जमालपुर किऊल के बीच 98 किमी की दूरी तय करने में पैसेंजर ट्रेनों को महज दो से ढ़ाई घंटे लगेंगे। गौरतलब है अभी इस दूरी को तय करने में पैसेंजर ट्रेन को चार से पांच घंटे का वक्त लगता है। बताया जाता है कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) इसी महीने के अंत में इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चला कर कार्य का जायजा लेंगे। संभावना जाहिर की जा रही है कि होली से पहले ईएमयू का परिचालन शुरू हो जाएगा। अधिकारिक सूत्रों की माने तो रेल राज्य मंत्री ईएमयू को हरी झंडी दिखाने भागलपुर आ सकते हैं। बता दें कि किऊल-भागलपुर के बीच रेल विद्युतीकरण का काम 2016 के जून महीने से शुरू किया गया था। पहले फेज में किऊल से जमालपुर तक का काम पूरा हुआ। इसके बाद जमालपुर से भागलपुर तक का काम शुरू हुआ। कुछ काम शेष है उसे एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा।
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जल्द पकड़ती है रफ्तार लोकल यात्री जल्द ही न सिर्फ कम समय में गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे बल्कि सुखद यात्रा करेंगे। रेलवे ने ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। ईएमयू डीजल इंजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की तुलना किसी स्टेशन पर रुकने के बाद जल्द रफ्तार पकड़ती है। इसमें कोच ज्यादा होते हैं और तीन इंजन लगे रहते हैं। इस कारण रफ्तार तुरंत पकड़ती है।
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होली के मौके पर मिलेगा तोहफा
इस खंड पर मार्च के दूसरे सप्ताह से विद्युत इंजन से ट्रेन चलाने की बात कही जा रही है। यह भागलपुर के अलावा मुंगेर और लखीसराय जिले के लोगों के लिए को होली के पहले तोहफे से कम नहीं होगा। रेलखंड पर सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं।
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कोट
विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के लिए अगले सप्ताह लिखा जाएगा। फरवरी के अंत तक इनका निरीक्षण हो जाएगा। इसके बाद मार्च से इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
-अपूर्वा श्रीवास्तव, सहायक इलेक्ट्रिक अभियंता।
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