नए रेल सुरंग निर्माण में फंसा पेंच, लगेंगे अब कई वर्ष
केएम राज, जमालपुर (मुंगेर): जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर जमालपुर के समीप बनने वाले रेलवे सु
केएम राज, जमालपुर (मुंगेर): जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर जमालपुर के समीप बनने वाले रेलवे सुरंग के समानांतर दूसरे सुरंग के निर्माण में पेंच फंसता दिख रहा है। रेलवे ने वर्ष 2019 तक दूसरे सुरंग का निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया था। लेकिन, इस कार्य में अभी एक दो वर्ष का समय लग सकता है। इस पर पूर्व रेलवे के अधिकारी मंगलवार को मंथन करते दिखे। वहीं, निर्माण कंपनी को अभी तक डिजायन का नक्शा नहीं मिला है। रेलवे बोर्ड से नक्शे का अंतिम स्वीकृति नहीं मिली है। जबकि किऊल-भागलपुर के बीच मार्च से पहले विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर इलेक्ट्रिक इंजन के जरिये रेल का परिचालन शुरू किया जाना है। विद्युतीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। इसके लिए काम भी जोर से चल रहा है। लेकिन पुराने सुरंग में वायर लगाने का काम बचा हुआ है। पूर्व रेलवे के अधिकारी सुरंग में विद्युतीकरण का वायर बिछाने के लिए बंगलुरु के रेल सुरंग का तरीका अख्तियार किया जाएगा। ताकि सुरंग में विद्युतीकरण की तार गुजर सके।
बता दें कि 2019 के मई तक सुरंग निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जोर शोर से काम भी शुरू हुआ। कई बार ब्लास्ट कर पत्थरों को तोड़ा गया। पथ का निर्माण भी युद्ध स्तर पर चलाया गया। लेकिन तकनीकी पेच फंसने के कारण निर्माण की तारीख बढऩे की संभावना दिख रही है।
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एक किमी से कम होगी लंबाई
दूसरे नए रेल सुरंग की लंबाई 700 से 800 मीटर के आसपास होगी। सुरंग बनने के बाद जमालपुर-भागलपुर रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता भी पूरी तरह साफ हो जाएगा। अभी तक जमालपुर और रतनपुर के बीच दोहरीकरण का काम रुका पड़ा हुआ है। सुरंग बनने के बाद दोहरीकरण का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अप और डाउन गाडिय़ां जमालपुर और रतनपुर में नहीं फंसेगी। भागलपुर -किऊल सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन और सहज हो जाएगा।
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क्या कहते हैं अधिकारी
भागलपुर जमालपुर किऊल रेलखंड के बीच दूसरे सुरंग बनाने की प्रक्रिया चल रही है। पहले सुरंग में विद्युतीकरण कार्य हो पता है या नहीं, इसके लिए उच्चस्तरीय वर्ता रेल अधिकारियों के बीच चल रहा है। यदि तकनीकी अड़चन नहीं आई तो पुराने सुरंग में विद्युतीकरण कार्य होगा और ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। क्योंकि दूसरे सुरंग निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग 2 साल लग सकता है।
श्रीवास्तव, रेलवे रेलवे इलेक्ट्रिक इंजीनियर ईस्टर्न रेलवे जमालपुर