पीर नफा शाह के 845 वें उर्स मुबारक पर लोगों ने मांगी देश में अमन चैन की दुआ
मुंगेर । हजरत पीर नफा शाह रहमतुल्ला अलैह के 845 वें उर्स मुबारक के दूसरे दिन मंगलवार क
मुंगेर । हजरत पीर नफा शाह रहमतुल्ला अलैह के 845 वें उर्स मुबारक के दूसरे दिन मंगलवार को पीर नफा शाह के मजार पर कई अकिदतमंदों ने चादरपोशी की। मजार पर हर समुदाय के लोग पहुंचे थे। इससे पहले सोमवार की सुबह कुरआनखानी और दोपहर के समय दुआ मांगी गई। देर शाम मिलादुननवी का आयोजन किया गया। कारी मकसूद आलम, मु. हसनैन, मु. शाहिद ने नात पढ़ी। मौलाना मकसूद ने दिनी बातें लोगों को बताई। पीर नफा शाह रहमतुल्लाह अलैह के मोजाबीर सैयद शौकत अली ने बताया कि हजरत पीर नफा शाह का सालाना उर्स प्रत्येक वर्ष एक से दो मार्च को आयोजित होता है। उन्होंने कहा कि हजरत ख्वाजा मोइनउद्दीन चिश्ती के एक शार्गीद फारस के सूफी पीर नफा धर्म और ज्ञान का प्रचार करते हुए हिजरी सन 596 ई और सन 1176 में मुंगेर पहुंचे और यही बस गए। मुंगेर में हजरत पीर नफा शाह रहमतुल्लाह अलैह की शान में उर्स का आयोजन किया जाता है। इधर, मचार पर चादरपोशी करने आए जमालपुर के चंदन कुमार ने कहा कि 10 वर्षो से लगातार पीर नफा शाह की मजार पर चादरपोशी करते आ रहा हूं। इनकी दुआ से आज सरकारी नौकरी कर रहा हूं। लल्लू पोखर के तनमय कुमार ने कहा कि यहा सच्चे मन से मांगी हर मुराद पूरी होती है। पटना के राज कुमार ने कहा कि हमारे व्यवसाय में कई बार नुकसान हुआ, लेकिन पीर नफा शाह अलैह की दुआ से नुकसान फायदे में बदल गया। इस अवसर पर पकंज कुमार, सुमेश कुमार, नितेश कुमार, मु. टिकु, शगुफ्ता परवीन, रौशन आरा, मकबूल आदि मौजूद थे।