करोड़ों हो गए खर्च, फिर भी गर्मी में सूखेंगे हलक
मुंगेर। मुख्यमंत्री सात निश्चय के योजना तहत संचालित हर घर नल का जल योजना प्रखंड के विभिन्न पंचाय
मुंगेर। मुख्यमंत्री सात निश्चय के योजना तहत संचालित हर घर नल का जल योजना प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में दम तोड़ती नजर आ रही है। योजना का क्रियान्वयन शुरू हुए तीन वित्तीय वर्ष बीत जाने के बावजूद पंचायतों में उक्त योजना पूरी तरह मूर्त रूप नहीं ले सकी है। इस गर्मी में भी लोगों के घर तक निर्बाध पेयजल की आपूर्ति होना संभव नहीं दिख रहा है। सदर प्रखंड के महुली पंचायत के वार्ड संख्या 11,12,13 और 14 मय पंचायत के 12,13,14 शंकरपुर के 13,14,15 नौवागढ़ी उत्तरी के 5,6,7, 8 नंबर वार्ड में हर घर तक नल का जल नहीं पहुंचा है। इसके अलावा तारापुर दियारा, कुतलूपुर,जाफरनगर, टीकारामपुर , श्रीमतपुर, कटरिया, जानकीनगर, के पंचायतो में 50 प्रतिशत ही कार्य पूरा हुआ है। कहीं पाइप लगा कर छोड़ दिया गया है तो कही जल मीनार बना कर। पेयजल आपूर्ति को लेकर पीएचइडी द्वारा जिला के विभिन्न प्रखंडों के 800 वार्ड में से 161 वार्ड का कार्य पूरा हो चुका है । 485 वार्ड में कार्य शुरू है। पीएचइडी से मिली जानकारी के अनुसार जिला के 1366 वार्ड में से 800 वार्ड में पेयजल आपूर्ति योजना के क्रियान्वयन का जिम्मा विभाग को सौंपा गया है। विभाग के अनुसार प्रत्येक वार्ड के लिए लगभग 25 से 30 लाख की बजट होता है, जो सरकार द्वारा तैयार डीपीआर पर निर्भर करता है। इसके अलावा पांच साल तक मेंटेनेंस का खर्च अलग से शामिल होता है।
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बोले ग्रामीण
महुली पंचायत के वार्ड संख्या 12,13 और 14 के सिकदर सिंह, रमेश महतो, विवेक सिंह, मय पंचायत के 13,14 के विनोद यादव, पकंज यादव, सीता देवी , श्रीमतपुर के मु. आलम, मंजुर आलम, जानकीनगर के विजय कुमार, महेश यादव, सोहन यादव ,नौवागढ़ी उत्तरी के वार्ड संख्या 6,7,8,9, के संतू मंडल, मंगल मंडल, सेवक मंडल, राजेश सिंह, राजेद्र सिंह, शैलेंद्र कुमार, पिटू कुमार ने कहा कि हर घर नल जल के लिए बोरिग किया गया। लेकिन, बोरिग से पानी नहीं निकला। इस कारण पाइप बिछा कर छोड़ दिया गया।
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सरकार के सात निश्चय योजना हर घर नल जल का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। विभाग की यह कोशिश है कि समय पर कार्य को पूरा कर लिया जाए। इसके लिए पाइप बिछाने का कार्य मशीन द्वारा किया जा रहा है। जुलाई माह तक बचे हुए योजना को पूरा कर लिया जाएगा।
अजीत कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी,