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वृक्ष रहेगा तो बारिश होगी, बारिश होगी तो जल संचय होगा

-विभिन्न विभागों की ओर से पौधारोपण कार्य शुरू -इस वर्ष एक लाख से भी अधिक लगाए जाएंगे पौधे -

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 06:55 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 06:55 PM (IST)
वृक्ष रहेगा तो बारिश होगी, बारिश होगी तो जल संचय होगा
वृक्ष रहेगा तो बारिश होगी, बारिश होगी तो जल संचय होगा

-विभिन्न विभागों की ओर से पौधारोपण कार्य शुरू

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-इस वर्ष एक लाख से भी अधिक लगाए जाएंगे पौधे

-जल जीवन हरियाली के मद्देनजर विभिन्न विभागों को दिया गया है पौधारोपण का लक्ष्य

-जिले में 28524 हेक्टेयर वन आच्छादित क्षेत्र है

नवीन कुमार झा, मुंगेर

जिले में जल जीवन हरियाली योजना के तहत पौधारोपण का कार्य विभिन्न विभागों की और से शुरू कर दी गई है। इस योजना के तहत अकेले मनरेगा की ओर से 77 हजार से भी अधिक पौधे लगाए जाएंगे। बता दें कि जहां जिले का क्षेत्रफल 1,420 वर्ग किलोमीटर है। वहीं 28524 हेक्टेयर वन आच्छादित क्षेत्र है।

पौधारोपण कार्य जीविका, वन विभाग एवं गैर सरकारी संस्थाओं की ओर से भी चल रहा है।

पौधारोपण कार्य का उद्देश्य :

जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का उद्देश्य हरियाली लाने के साथ ही जल संचय के उद्देश्य से पौधारोपण किया जा रहा है। लगाए गए पौधे वृक्ष बनकर लोगों को छांव देने के साथ ही पर्यावरण को सुरक्षित रख सके। वृक्ष रहेगा तो बारिश होगी, बारिश होगी तो जल संचय होगा। यह उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से जल जीवन हरियाली की जरूरत समझते हुए पौधारोपण कार्य पर जोर दिया जा रहा है। दो तरह से लगाए जा रहे पौधे :

जिला में दो तरह से पौधारोपण कार्य किए जा रहे हैं। एक तो लाभुकों के इच्छा अनुसार पौधे लगाए जा रहे हैं। जिसमें फलदार वृक्ष शामिल है तो वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक भूमि पर जगह की उपलब्धता और उससे लोगों को लाभ उपलब्ध कराना है।

लकड़ी का पौधा जैसे सागवान, महोगनी, शीशम, कदंब, अर्जुन, गम्हार, बरगद, सखुआ, काला शीशम, शीशम, पीपल, पाकर, छतवा आदि पौधे सार्वजनिक जगहों पर लगाए जा रहे हैं। जबकि निजी लाभुकों के लिए आंवला, नींबू, शरीफा, अमरूद आदि फलदार वृक्ष शामिल हैं।

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पिछले दो वर्षों में लगाए गए 10 हजार पौधे :

पिछले दो वर्षों में जिला के अंदर 10 हजार पौधे लगाए गए। जिसमें आठ हजार पांच सौ पौधे जीवित है। यह पौधा 2019 में लगाए गए थे। जबकि 2018 में पौधारोपण का कार्य नहीं किया गया था।

लेकिन इस वर्ष मनरेगा से जहां 77141 पौधे लगाए जाएंगे।

वहीं वन विभाग, जीविका एवं गैर सरकारी संगठनों की ओर से मुंगेर जिला के अंदर एक लारव से भी अधिक पौधे लगाए जाने की योजना है।

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कहते हैं मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी:

मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत जिला के अंदर पौधारोपण का कार्य शुरू कर दिया गया है। पौधारोपण का उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हरियाली लाने के साथ ही जल संचय को लेकर पौधारोपण कार्यक्रम को लगातार गति दिया जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि पौधारोपण होगा तो क्षेत्र में हरियाली आएगी, पर्यावरण की रक्षा होगी, बारिश होगी और फिर जल संचय होगा। लोगों के स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर पड़ेगा।


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