पत्नी के साथ जीने-मरने की कसम को निभाया पति ने, एक साथ निकलीं अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव
शादी के बाद पत्नी के साथ जीने-मरने की कसम खाया पति ने और अंतिम सांस तक उन्हाेंने निभाया। पत्नी की मौत के घंटा भर भी नहीं बीता था कि पति भी संग-संग चल दिए। पढें मार्मिक खबर।
मुंगेर, जेएनएन। शादी के बाद पत्नी के साथ जीने-मरने की कसम खाया पति ने और अंतिम सांस तक उन्हाेंने निभाया। पत्नी की मौत के घंटा भर भी नहीं बीता था कि पति भी संग-संग चल दिए। यह मार्मिक वाकया है मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर का। जब दोनों की अर्थियां निकलीं तो पूरा गांव रो पड़ा। गांव वालों ने फफकते हुए दोनों को अंतिम विदाई दी। एक ही चिता पर दोनों काे लिटाया गया, उस समय बहुत भावुक पल हो गया था।
हर प्रेमी हो या दंपती, साथ-साथ जीने-मरने की कसमें खाते हैं, लेकिन इसे निभा पाने में सभी सक्षम नहीं होते हैं। लेकिन, हवेली खडग़पुर प्रखंड क्षेत्र के मुढ़ेरी गांव में गांधी पासवान ने इसे चरितार्थ कर दिया। सबकी जुबान पर वयोवृद्ध गांधी पासवान की ही चर्चा हो रही है। पत्नी की मृत्यु का सदमा गांधी पासवान बर्दाश्त नहीं कर पाये और वे भी दुनिया को अलविदा कर गये।
जानकारी देते हुए मृतक के पुत्र गुरुदेव पासवान ने बताया कि मेरी मां बीते कई दिनों से बीमार चल रही थी। बुधवार को मां को दस्त होने लगा। रात में उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हवेली खडग़पुर ले जाया गया, लेकिन चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मां के मृत शरीर को घर लाकर दाह संस्कार की तैयारी कर ही रहा था कि मेरे पिता गांधी पासवान मां की मौत की खबर सुनते ही सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और वे भी इस दुनिया को अलविदा कह गए।
दंपती के निधन की खबर सुुुनते ही आसपास के लोगों ने आश्चर्य व्यक्त किया। दंपती के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उनके दरवाजे पर जमा हो गई। नम आंखों से गांव के लोगों ने दंपती को श्रद्धांजलि दी। सभी लोग पति-पत्नी के बीच प्रगाढ़ प्रेम की चर्चा करते नजर आए। एक साथ जब दोनों अर्थियां उठीं तो लोग बर्दाश्त नहीं कर सके। सब रो पड़े।