डंपिग यार्ड में आग लगने के कारण होने वाली समस्या के समाधान को लेकर डीएम ने की उच्च स्तरीय बैठक
जागरण संवाददाता मुंगेर नगर निगम के चुरंबा स्थित डंपिग यार्ड में आग लगने और इसके कारण
जागरण संवाददाता, मुंगेर : नगर निगम के चुरंबा स्थित डंपिग यार्ड में आग लगने और इसके कारण स्थानीय लोगों को प्रदूषण के कारण होने वाली समस्या से निजात दिलाने के लिए सोमवार को डीएम रचना पाटिल की अध्यक्षता में वरीय अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में मेयर रूमाराज, नगर निगम आयुक्त, सहित प्रभावित ग्रामीणों ने भी भाग लिया। बैठक में मुख्य रूप से कचरा निष्पादन के विभिन्न प्रविधियों को जानने के बाद वर्तमान में आग लगने के कारणों पर विचार किया गया। नगर आयुक्त ने बताया कि प्रतिदिन 50 मिट्रिक टन, सूखा कचरा उस डंपिग यार्ड में फिलिग किया जाता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पूर्व से संचित 2.5 लाख मिट्रीक टन कचरा को अलग करने, खाद बनाने, रिसाईकिल, लैंडफिलिग करने के लिए बूडको द्वारा निविदा भी किया गया है। जो कचरों के निष्पादन में आवष्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा। विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि कूड़ा डंपिग यार्ड में तैनात सुरक्षा गार्ड को तत्काल बदल दिया जाए। वहां दो नए गार्ड की सत्यापन के उपरांत प्रतिनियुक्ति किया जाए। वार्ड वार कम्युनिकेशन बनाई जाए। जिसमें प्रतिदिन 02 लोगों से फोन पर सफाई, कचरा उठाव के संबंध में फिडबैक प्राप्त करे। यह कम्युनिकेशन प्लान न्यूनतम 100 आदमी का होना चाहिए। इस कार्य में नियमितता रहनी चाहिए। रविवार एवं संध्या काल में भी चिह्नित डंपिग कचरा को भी उठाने का निर्देश दिया। अपराह्न में कचरा उठाव के समय सीमा को बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया। वहीं, सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि नयागांव, चुरंबा, रायसर, शंकरबाग आदि प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल टीम भेज कर उनके स्वास्थ्य चेकअप करेंगे। असामाजिक तत्वों पर निगरानी के लिए संबंधित थानाध्यक्ष के टीम द्वारा लगातार गश्ती की जाएगी। डीएम ने कहा कि आगामी दो महीने में बूडको द्वारा कार्य प्रारंभ होने पर निश्चित रूप से प्रदूषण कम होगा। आग लगने एवं प्रदूषण से स्थाई निजात पाने के लिए जन सहयोग की परम आवश्यकता है।