Move to Jagran APP

कैसे हो उपचार, दो दर्जन मवेशी बीमार

मुंगेर। प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाके के मवेशी पालक को अपनी ¨चता कम लेकिन मवेशियों की ¨चता अधिक सताने लगी है। गंगा के जलस्तर में थोड़ी कमी आने के कारण कृष्णा नगर, जागीर, सठबिग्घी, लक्ष्मण टोला के लोगों ने राहत की सांस ली है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 09:58 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 09:58 PM (IST)
कैसे हो उपचार, दो दर्जन मवेशी बीमार
कैसे हो उपचार, दो दर्जन मवेशी बीमार

मुंगेर। प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाके के मवेशी पालक को अपनी ¨चता कम लेकिन मवेशियों की ¨चता अधिक सताने लगी है। गंगा के जलस्तर में थोड़ी कमी आने के कारण कृष्णा नगर, जागीर, सठबिग्घी, लक्ष्मण टोला के लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन इनके घर अबतक पानी में डूबे हुए हैं। इधर लक्ष्मण टोला के ग्रामीणों का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस गांव में अधिकांश मवेशी पालकों को मवेशियों की तबियत खराब होने की ¨चता सता रही है। मवेशियों के खुर और मुंह में जख्म हो गए है। जिससे मवेशी पालकों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। ग्रामीण कामो मंडल की एक बीमार गाय की मौत भी हो गई। इधर मनोज मंडल की 6 गाय, सरयुग मंडल, रतन मंडल की 3 गाय, चरित्र मंडल, अनिरुद्ध मंडल और पवन मंडल, कारेलाल मंडल, बुचो मंडल, रामजी मंडल की 2-2 गाय, बहादुर मंडल, जोगेंद्र मंडल, संतोष मंडल की 1-1 गाय बीमार है। इन पशुओं के चारों पैरों के खुर और मुंह में भी जख्म हो गया है। मवेशी पलकों का कहना है कि कोई सरकारी पशु चिकित्सक ने अबतक बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की सुध नहीं ली है। ग्रामीण मवेशियों के इलाज किसी तरह करा रहे हैं। पशुपालकों ने स्थानीय प्रशासन सहित जिला प्रशासन से सरकारी पशु चिकित्सक से बीमार पशुओं का उपचार कराने की मांग की है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.