जमालपुर रेलवे कारखाना को बचाने के लिए 12 मार्च को होगा धरना
मुंगेर । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से जिला कार्यालय कार्यानंद भवन में आयोजित प्रेसवार्ता क
मुंगेर । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से जिला कार्यालय कार्यानंद भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य विश्वजीत कुमार ने कहा कि वर्तमान केंद्र और राज्य सरकार मजदूर-किसान विरोधी है। लगातार मजदूरों, किसानों सहित आमजनों के खिलाफ कानून बना रही है। सभी चीजों का निजीकरण किया जा रहा है। रेलवे, बैंक, खदान, हवाई अड्डे, नवरत्न उद्योगों सभी को एक-एक कर सरकार धड़ल्ले से बेच रही है। जिसके खिलाफ में आज पूरे देश में आंदोलन जारी है। मुंगेर, जमालपुर का रेल कारखाना ऐतिहासिक है। इस कारखाना पर भी सरकार की बुरी निगाह बनी हुई है। सरकार जमालपुर कारखाने को भी निजीकृत करना या बंद करना चाहती है। उन्होंने बताया कि यहां पूर्व में 22 हजार कर्मचारी काम करते थे, आज मात्र 65 सौ कर्मचारी काम कर रहे हैं। जाहिर है कि जमालपुर रेल कारखाना के निजीकृत या बंद होने से एक तरफ जहां रोजगार का और संकट पैदा होगा, वही मुंगेर सहित पूरे बिहार के विकास को गहरा आघात पहुंचेगा। जिसको लेकर आगामी 12 मार्च को जमालपुर रेल कारखाना के मुख्य प्रबंधक के समक्ष धरना दिया जागएगा। धरना का नेतृत्व करने के लिए मजदूरों के राष्ट्रीय नेता अमरजीत कौर को बुलाया गया है। पार्टी के जिला सचिव दिलीप कुमार ने बताया कि जमालपुर रेल कारखाना के निजीकरण के खिलाफ बीते कई वर्षों से आंदोलन जारी है। उसी आंदोलन की अगली और सबसे बड़ी कार्रवाई के रूप में 12 मार्च का विशाल धरना होगा। इस अवसर पर पार्टी नेता विजय रजक, संजीवन सिंह, नौजवान नेता मसीहुद्दीन, छात्र नेता पारस कुमार आदि उपस्थित थे।