देश भक्ति के रंग में डूबा चेहल्लुम का जुलूस
मुंगेर। पूरे शहर में चेहल्लुम पहलाम के साथ संपन्न हो गया। इसे लेकर शुक्रवार की देर रात तक प
मुंगेर। पूरे शहर में चेहल्लुम पहलाम के साथ संपन्न हो गया। इसे लेकर शुक्रवार की देर रात तक पूरा शहर देश भक्ति के रंग में रंगा दिखा। इस मौके पर यूथ कमेटी मिरग्यास चक की ओर से देश के जाबांज सैनिकों के प्रति श्रद्धा अर्पित किया गया था। कमेटी की ताजिया जुलूस में शामिल बैनर पर लिखा स्लोगन किसी को लगता है ¨हदू खतरे में है, किसी को लगता है मुसलमान खतरे में है- धर्म का चश्मा उतार कर देखो पता चलेगा हमारा ¨हदुस्तान खतरे में है, पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहा। वही हजरतगंज बाड़ा के द्वारा बीस फीट से अधिक ऊंचे ताजिया में बना मकबरा लोगों की आर्कषण का केंद्र बना रहा। इसके बाद तो एक से बढ़कर एक एक झांकी निकाली गई थी। जुलूस में निकली झांकी में देश भक्ति का अलग अलग रंग दिखा। स्वच्छ भारत अभियान, बुलेट ट्रेन, अग्नि मिसाइल आदि को लेकर आकर्षक झांकी निकाली गई। वहीं, जुलूस में काश्मीर के साथ पूरा पाकिस्तान दो गीत पर युवा थिरकते दिखे। श्रीमतपुर, दिलावरपुर, काली ताजिया, कौड़ा मैदान, अंजुमन, शादीपुर, गुलजार पोखर, तोपखाना बाजार, रायसर, जेड़बहेरा, हाजी सुभान, मुबारकचक सहित अन्य जगहों से झांकी व ताजिया जुलुस निकाली गई थी।
पारंपरिक हथियारों से दिखाए हैरतअंगेज करतब
ताजिया जुलुस के दौरान शामिल अखाड़ा में खिलाड़ियों ने पारंपरिक हथियारों से कई हैरतअंगेज करतब का प्रदर्शन किया। जिसमें आंखो पर काली पट्टी बांध कर चाकू का खतरनाक खेल लोगों को अचंभित करता रहा। मुर्गियाचक अखाड़ा में शामिल एक दस वर्षीय बालक द्वारा तलवार बाजी का हुनर दिखा कर लोगों को दांत तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया।
सुरक्षा का था पुख्ता इंतजाम
चेहल्लुम के दौरान शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखे। शहर के हर चौक चौराहे पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई थी। साथ ही हर अखाड़ा समिति के साथ भी एक अधिकारी के नेतृत्व में चार पुलिस बल के जवान निगरानी करते रहे। राजीव गांधी चौक पर पुलिस विभाग की ओर से कंट्रोल रूम की स्थापना की गई थी। जहां बैठे पुलिस अधिकारी सीसी कैमरा के माध्यम से असामाजिक तत्वों पर पैनी निगाह बनाए थे। कोतवाली थानाध्यक्ष श्रीराम चौधरी, कासिमबाजार थानाध्यक्ष राजेश शरण, पूरबसराय ओपी प्रभारी मजहर मकबूल देर रात तक गश्ती करते रहे।