जांच का बदला तरीका, लक्षण वाले को लिएं जाएंगे सैंपल
संवाद सहयोगी, मुंगेर : इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने कोरोना जांच-इलाज को लेकर नई गाइ
संवाद सहयोगी, मुंगेर : इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने कोरोना जांच-इलाज को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। अब सभी की कोरोना जांच नहीं की जाएगी। सर्दी, बुखार, दर्द, जुकाम सहित अन्य लक्षण मिलने पर ही कोरोना का सैंपल लिया जाएगा। शुक्रवार से जिले में जांच का तरीका बदल गया है। नए नियमों के साथ सैंपल लिया गया। सिविल सर्जन डा. हरेंन्द्र कुमार आलोक ने बताया कि नए नियम के अनुसार,किसी में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है तो उसे न तो एंटीजन और न ही आरटीपीसीआर जांच नहीं की जाएगी। साथ ही सभी अस्पतालों के संचालकों को निर्देश दिया जाता है कि अगर किसी मरीज में कोरोना का कोई लक्षण नहीं मिलता है तो कोरोना जांच कराए बिना ही मरीज का इलाज करना होगा। अगर किसी व्यक्ति में सर्दी, खांसी, बुखार, स्वाद व गंध न मिलना या फिर लूज मोशन हो रहा है तो उसकी कोरोना जांच की जानी चाहिए। सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना संक्रमित पाये जाने पर तत्काल ही कोरोना मेडिसिन किट दिए जाएंगे। जीएनएम वार्ड में जांच की व्यवस्था की गई है। यहां पाजिटिव पाए जाने पर तुरंत कोविड सेंटर में भर्ती किया जाएगा।
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जानकारी के अभाव में पहुंचे कई लोग लौट गए
आइसीएमआर के नए नियमों से अनजान कई लोग सदर अस्पताल जांच कराने पहुंचे। यहां जांच की व्यवस्था नहीं होने से लोग लाचार होकर लौट गए। दोनों कोरोना जांच काउंटर खाली रहा। मरीज यहां के बाद जीएनएम वार्ड पहुंचे, वहां भी सभी का सैंपल नहीं लिया गया। ऐसे में लोगों में आक्रोश भी दिखा।
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कोविड वार्ड में एक बंदी है भर्ती
जीएनएम में बनाए गए कोविड वार्ड में टेटिया बंबर का एक बंदी को भर्ती कराया गया है। बंदी की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद तबीयत खराब हो गई। ऐसे में उसे कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है।