कहां गए 70 लाख में खरीदे गए एक हजार कूड़ेदान
मधुबनी। नगर परिषद क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए दो वित्तीय वर्षो में एक हजार कूड़ेदान की खरीद हुई। इसके लिए 70 लाख रुपये खर्च किए गए।
मधुबनी। नगर परिषद क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए दो वित्तीय वर्षो में एक हजार कूड़ेदान की खरीद हुई। इसके लिए 70 लाख रुपये खर्च किए गए। मगर, शहरी क्षेत्र में रखे गए कूड़ादानों की संख्या को देखकर कहीं से नहीं लगता कि इतनी संख्या में कूड़ेदान की खरीद हुई थी। वहीं गंदगी की स्थिति भी यह शक पैदा कर रहा कि सफाई मद में प्रतिवर्ष खर्च किए जाने वाले करोड़ों रुपये में लूट तो नहीं हो रही। इस स्थिति को देखते हुए पूरे मामले की जांच निगरानी या सीबीआइ से कराने की बात उठने लगी है। यह बात उठ रही कि नगर परिषद में पिछले कुछ वर्षो में की गई खरीदारी व अन्य योजनाओं की जांच की जाए तो बड़ा घपला सामने आ सकता है।
मालूम हो कि पूर्व के कार्यपालक पदाधिकारी के समय में कूड़ादान की खरीदारी और शहर की सफाई मद में गबन की शिकायत सामने आते रहे हैं। लगातार शहर से कम होती कूड़ादानों की संख्या तथा इसकी खरीदारी में गबन की आशंका उत्पन्न करता है। हालांकि, गबन की लीपापोती की साजिश को भी नकारा नही जा सकता है। नगर परिषद द्वारा वर्ष 2016-17 में 500 तथा वर्ष 2017-18 में 500 कूड़ादान यानी कुल 1000 कूड़ादान पर 70 लाख रुपये खर्च किए गए थे। इसके अलावा शहर के लोगों को घर के लिए दिए जाने वाले छोटे कूड़ादान की खरीदारी में भी लूटखसोट की शिकायतें आती रही हैं। वार्ड 15 के गिलेशन बाजार में गंदगी से बीमारी फैलने की आशंका
नजर डालते हैं हम शहर की सफाई व्यवस्था पर। यह पूरी तरह चरमरा गई है। नगर परिषद के वार्ड 15 के गिलेशन बाजार में गंदगी का अंबार लगा है। गिलेशन बाजार में गंदगी की सफाई नहीं होने से खुले में फेंके गए कचरे की बदबू से लोग परेशान हैं। खुले में गंदगी का ढेर देखा जा रहा हैं। गिलेशन बाजार में गंदगी की सफाई में आ रही गिरावट से मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। गिलेशन बाजार निवासी मुकेश पंजियार ने बताया कि यहां कूड़ादानों की कमी देखी जा रही है। इससे यहां के लोग खुले में गंदगी फेंकने पर विवश हैं। अशोक साह ने बताया कि गिलेशन बाजार से प्रतिदिन निकले वाली गंदगी की सफाई में नगर परिषद प्रशासन अक्षम साबित हो रहा है। वहीं शंकर कुमार ने बताया कि यहां कूड़ा की सफाई नहीं होने से जाम की स्थिति बनी रहती हैं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने बताया कि नगर परिषद द्वारा कूड़ादानों की खरीदारी की जांच के लिए विभाग को लिखा जाएगा। गंदगी की सफाई में कोताही बरतने वाले सफाई कर्मी को चिन्हित कर समुचित कार्रवाई की जाएगी।