हजारों परिवार को बाढ़ से निजात की सौगात
मधुबनी। हर वर्ष बाढ़ की पीड़ा झेलने वाले जिले के लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बड़ी सौगात दी।
मधुबनी। हर वर्ष बाढ़ की पीड़ा झेलने वाले जिले के लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बड़ी सौगात दी। वर्षों से लंबित पड़े पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के काम में कमी थी। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग की इस परियोजना के लिए सात जगहों पर कार्यों का शिलान्यास किया। इसके पूरा होने से जहां किसानों को खेतों के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। वहीं बाढ़ से अब उनकी फसलें नहीं डूबेंगी। इलाके में लोग पक्का घर बाढ़ के भय से नहीं बनाते। नहर परियोजना के पूरा होने पर बाढ़ का भय समाप्त हो जाएगा। वहीं परसौनी से मेहसा तक 4.6 किमी लंबा रिग बांध दर्जनभर गांवों को बाढ़ से निजात दिलाएगा।
मुख्यमंत्री ने जगदेव सल्हैता उच्च विद्यालय, बरियड़वा के प्रांगण में जहां पूरे राज्य के लोगों की जीवन की रक्षा के लिए जल-जीवन-हरियाली योजना का संकल्प लिया। वहीं लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किया वाद पूरा करते हुए जिले के बाढ़ पीड़ितों के लिए कई घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूतही बलान से जिले के दो प्रखंडों के सैकड़ों परिवार को बाढ़ का कहर झेलना पड़ता है। उन्हें इससे बचाने के लिए इसके बाएं तटबंध का विस्तारीकरण किया जाएगा। इसकी लंबाई 6.6 किमी बढ़ाई जाएगी। इसे घोघरडीहा-निर्मली लिक रोड से जोड़ा जाएगा। 48.43 करोड़ की इस योजना से घोघरडीहा व फुलपरास के 56 गांवों को बाढ़ से राहत मिलेगी। मंच पर उपस्थित पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है। एक साथ इतने गांवों को बाढ़ से राहत के साथ आवागमन की सुविधा भी मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे काम पर विश्वास करते हैं। वहीं जो करते हैं उसे देखते भी हैं कि काम पूरा हुआ या नहीं। कमला में आई इस बार की बाढ़ के बाद वे लगातार इसकी मॉनीटरिग करते रहे। आज भी देखा। इसका बायां तटबंध दो व दायां छह जगह से टूट गया है। इन आठ जगहों पर मरम्मत के लिए 88 करोड़ 10 लाख की योजना है। अगले वर्ष बाढ़ के मौसम से पहले इसका मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वहीं कमला में पानी के डिस्चार्ज को देखते हुए इसकी मजबूती के लिए विशेषज्ञों की टीम को लगाया गया है। उसकी रिपोर्ट के बाद इसका काम शुरू होगा। जल संसाधन विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। वहीं कमला की बाढ़ से पीड़ित 51 परिवारों को पांच डिसमिल जमीन दे दी गई है। इनके मकान के लिए भी शीघ्र राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। समाज में भाईचारा बनाए रखें
मुख्यमंत्री ने यहां से विदा लेने से पहले लोगों को संदेश दिया कि समाज में प्रेम, भाईचार व सद्भाव बना रहे। एक-दूसरे का सम्मान करें। वहीं प्रकृति को बचाने का भी संकल्प लें। उन्होंने कहा कि वे काम करते रहेंगे। बिहार को आगे बढ़ाते रहेंगे। यह भी प्रयास करेंगे कि लोगों का कष्ट कम हो। समाज में जो हाशिए पर हैं उसे मुख्यधारा में जोड़ा।