तीन दिनों तक भारी बारिश व वज्रपात की आशंका, डीएम ने पदाधिकारियों को किया अलर्ट
मधुबनी। जिले में अगले 72 घंटों अर्थात तीन दिनों तक भारी से अत्यंत भारी वर्षापात एवं वज्रपात होने की आशंका है।
मधुबनी। जिले में अगले 72 घंटों अर्थात तीन दिनों तक भारी से अत्यंत भारी वर्षापात एवं वज्रपात होने की आशंका है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है । जिलेवासियों से सतर्क एवं सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा गया है। मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना ने राज्य के अधिसंख्य भागों में अगले 72 घंटों के दौरान भारी से अत्यंत भारी वर्षापात एवं वज्रपात की संभावना व्यक्त की है। इससे जान-माल की हानि होने, निचले स्थान में जलजमाव, यातायात एवं बिजली सेवा बाधित होने, नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना व्यक्त की गई है। इसका मुख्य प्रभाव नेपाल के तराई से सटे क्षेत्र एवं उत्तर और मध्य बिहार के जिलों मधुबनी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज एवं कटिहार में रहने की आशंका है। उक्त परिस्थिति के मद्देनजर जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचन्द्र देवरे ने जिले के आम नागरिकों को उचित सावधानी एवं सुरक्षा उपाय बरतने की सलाह दी है। साथ ही जिला स्तरीय सभी पदाधिकारियों एवं सभी अंचल अधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों, थानाध्यक्षों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। ताकि, किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिले में गुरुवार को बर्षा के दौरान ठनका गिरने से आठ व्यक्तियों की मौत हो गई। जिला महिला जदयू अध्यक्ष सह जिला पार्षद विक्रमशीला देवी एवं जदयू नेता फूलदेव यादव ने जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन मंत्री से अनुरोध किया है कि ठनका से मृत लोगों के आश्रितों को अविलंब आपदा राहत कोष से प्रति मृतक 4-4 लाख रुपये की दर से अनुग्रह अनुदान राशि का भुगतान किया जाए। उन्होंने यह भी मांग की है कि फुलपरास के सुग्गापट्टी में जिस परिवार के तीन लोगों की मौत ठनका से हो गई है। उस परिवार में बचे केवल दो बच्चों को परवरिश योजना समेत अन्य योजनाओं से शीघ्र लाभान्वित किया जाए।