आमजन के कल्याण की थी डॉ. लोहिया की सोच
खजौली प्रखंड के स्थानीय कन्हौली गांव स्थित लोहिया चौक पर शुक्रवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया के प्रतिमा का अनावरण कालानेश्वर मंदिर के महंथ बाबा चंदेश्वर दास जी महाराज, पूर्व विधान परिषद सदस्य बालेश्वर ¨सह भारती, बीडीओ रतन कुमार दास द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
मधुबनी। खजौली प्रखंड के स्थानीय कन्हौली गांव स्थित लोहिया चौक पर शुक्रवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया के प्रतिमा का अनावरण कालानेश्वर मंदिर के महंथ बाबा चंदेश्वर दास जी महाराज, पूर्व विधान परिषद सदस्य बालेश्वर ¨सह भारती, बीडीओ रतन कुमार दास द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। मूर्ति अनावरण उपरांत पूर्व विधान परिषद श्री भारती जी, युवा जदयू प्रदेश महासचिव बिलट प्रसाद ¨सह, पूर्व जिप सदस्य प्रभात रंजन उर्फ रिट्ठु ¨सह,भाजपा पूर्वी मंडल अध्यक्ष सरोज कुमार ¨सह, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष अर्जुन ¨सह, सरपंच प्रभाकर ¨सह ने डा. राम मनोहर लोहिया के मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पूर्व विधान पार्षद श्री भारती की अध्यक्षता में हुई एक सभा में कालानेश्वर मंदिर के बाबा चंदेश्वर दास जी महाराज ने कहा कि लोहिया जी देश के महान पुरुष थे। जिस तरह एक साधु की सोच जन कल्याण की होती है उसी तरह उनकी सोच भी भारत के आमजन के कल्याण की थी। कहा कि डॉ. लोहिया जी के आदर्श पर चलकर एक सुंदर समाज का निर्माण किया जा सकता है। पूर्व विधान पार्षद श्री ¨सह ने कहा कि कन्हौली गांव स्थित इस चौक पर 1968 ई. में पूर्व विधायक स्व.नर्मदेश्वर ¨सह आजाद, पूर्व मुखिया सुकदेव कैवार, स्व. पंडित दामोदर झा द्वारा लोहिया चौक पर डॉ. राम मनोहर लोहिया जी की प्रतिमा निर्माण का नीव डाला गया था। लेकिन इतने दिन बाद भी यहां उनकी प्रतिमा नहीं लग पाई थी। उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से लोहिया चौक पर मूर्ति स्थापित कर आज इसका अनावरण कर रहे हैं। इससे उन्हें काफी खुशी मिल रही है। बीडीओ रतन कुमार दास ने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया जी के आदर्श पर आज के नौजवान चले तो देश का भविष्य सुधर जाएगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा कि पूर्व विधान पार्षद भारती जी ने लोहिया जी की मूर्ति स्थापना करके इस चौक को पहचान दी है। इस मौके पर जदयू नेता बिलट प्रसाद ¨सह, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष प्रभात रंजन ¨सह उर्फ रिट्ठु ¨सह, भाजपा मंडल पूर्वी अध्यक्ष सरोज कुमार ¨सह, सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा,सरपंच प्रभाकर ¨सह,कुमार रमेश मुकेश्वर यादव, रामावतार जी सहित अन्य लोगो ने अपने विचार व्यक्त किये।