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विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से भू-विवाद में आएगी कमी

मधुबनी । भू-अभिलेख एवं परिमाण निदेशालय ने द्वितीय चरण के तहत मधुबनी सहित सूबे के 18 जिलों में विशेष सर्वेक्षण और बंदोबस्त का काम प्रारंभ किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 10:52 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 10:52 PM (IST)
विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से भू-विवाद में आएगी कमी
विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से भू-विवाद में आएगी कमी

मधुबनी । भू-अभिलेख एवं परिमाण निदेशालय ने द्वितीय चरण के तहत मधुबनी सहित सूबे के 18 जिलों में विशेष सर्वेक्षण और बंदोबस्त का काम प्रारंभ किया जा रहा है। इससे पहले प्रथम चरण के तहत यह काम सूबे के 20 जिलों में किया गया है। गत दिनों भू-अभिलेख एवं परिमाण निदेशालय के निदेशक जय सिंह ने द्वितीय चरण वाले मधुबनी सहित 18 जिलों के समाहर्ता को विशेष सर्वेक्षण और बंदोबस्त का काम के लिए आवश्यक निर्देश दे चुके हैं। द्वितीय चरण के तहत जिन जिलों में विशेष सर्वेक्षण और बंदोबस्त का काम प्रारंभ किया गया है उनमें, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, नवादा, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, सीवान, औरंगाबाद, सारण, भोजपुर, रोहतास, वैशाली, बक्सर, कैमूर, भागलपुर, पटना, मुजफ्फरपुर व गया शामिल है।

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------------------------ हवाई सर्वे का काम पूरा : द्वितीय चरण के तहत जिन 18 जिलों में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त का काम प्रारंभ किया गया है, उन जिलों में विभाग की ओर से हवाई सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। हवाई सर्वे के आधार पर जमीन का नक्शा भी बनाकर संबंधित जिलों को उपलब्ध कराया जा रहा है।

----------------------- भू-विवाद में आएगी कमी : सभी प्रकार की जमीनों का सर्वे होने के बाद भू-विवाद को निपटाने में काफी मदद मिलेगी। लोगों के जमीन के कागजात पक्के होंगे। इससे भू-विवाद में काफी कमी आएगी। भू-विवाद से होने वाले आपराधिक घटनाओं में भी कमी आएगी। इस सर्वे से यह भी पता चल जाएगा कि कौन सी जमीन किस प्रकार की है।

--------------------- अंचल स्तर पर लगाए जाएंगे शिविर : विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य के तहत अंचल स्तर पर सार्वजनिक स्थानों पर शिविर लगाकर सर्वे प्रारंभ किया जाएगा। इस शिविर में उनलोगों से संबंधित जमीन संबंधी कागजात की मांग की जाएगी, जो जमीन पर मालिकाना हक का दावा करेंगे। इसके बाद अगर जांच में कागजात व दावा सही पाया गया तो जमीन उनके नाम कर दी जाएगी। इस कार्य के लिए शिविर में विशेष कानून एवं अमीन को रखा जाएगा।

--------------------- सर्वे के दौरान ही हो जाएगा कई मसलों का निपटारा : सर्वे के दौरान आमलोगों से सरकारी सार्वजनिक जमीन के संबंध में भी जानकारी ली जाएगी। साथ ही सभी प्रकार के जमीनों का सर्वे की जाएगी। इससे सर्वे के दौरान ही जमीन से जुड़े मामलों को निपटारा हो जाएगा। विशेष भूमि सर्वेक्षण के आधार पर बनने वाले खतियान में रैयत के नाम के साथ डाक का पता भी दर्ज किया जाएगा।

---------------------- निदेशालय के सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी करेंगे समीक्षा : भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय में पदस्थापित सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी पंकज कुमार मधुबनी सहित नौ जिलों के विशेष सर्वेक्षण संबंधी कार्यों की समीक्षा करेंगे। जबकि भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय में पदस्थापित सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सुनील कुमार शेष नौ जिले के विशेष सर्वेक्षण संबंधी कार्यों की समीक्षा करेंगे।

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कोट ::::

मधुबनी जिले में फिलहाल विशेष भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त का काम प्रारंभ नहीं किया गया है। विभागीय निर्देश एवं गाइडलाइन मिलने पर उसके आलोक में यह काम प्रारंभ किया जाएगा।

अमित कुमार, समाहर्ता, मधुबनी।


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