लॉकडाउन के बीच मनमाने दाम पर सामान बेच रहे दुकानदार
सरकार के आदेश के बाद 15 मई तक लॉकडाउन लग चुका है। इस दौरान आम लोगों को किसी भी तरह की मुश्किलों से बचाने के लिए सब्जियों और राशन का दाम प्रशासन ने निर्धारित कर दिया है लेकिन मुनाफाखोरी का सिलसिला जारी है।
मधुबनी । सरकार के आदेश के बाद 15 मई तक लॉकडाउन लग चुका है। इस दौरान आम लोगों को किसी भी तरह की मुश्किलों से बचाने के लिए सब्जियों और राशन का दाम प्रशासन ने निर्धारित कर दिया है, लेकिन मुनाफाखोरी का सिलसिला जारी है। प्रखंड में हर जगह सब्जी विक्रेताओं द्वारा तय कीमतों से अधिक दाम पर सब्जियां बेची जा रही है। साथ ही राशन दुकानों पर भी लोगों को ठगने का काम जारी है। ऐसे मामलों की कई शिकायतें के बाद भी भी इनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसको लेकर कुछ लोगों ने अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। युवा दिनेश चौधरी, सौरव, गणेश, रंजन, प्रतोष, राजेश, राजीव, संतोष, नितेश, उमेश, रमेश आदि ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से एक तरफ लोग अपने घरों में बंद हैं। वहीं, दुकानदारों और सब्जी वालों की मनमानी भी शुरू हो गई है। लोगों के पास पैसे नही हैं। मजदूर अपने घरों में बंद हैं। जान बचाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में कुछ बड़े दुकानदार मनमाने रेट पर समान बेच रहे हैं। बेबस गरीब मजदूर जीने के लिए ऊंचे दर पर समान खरीदने को मजबूर हैं।
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सरकार के आदेश के बाद भी हो रही मुनाफाखोरी :
गौरतलब है कि डर की वजह से लोग अपने घरों में सब्जी और राशन का सामान स्टॉक करने में लगे हैं। इस वजह से दुकानदार और सब्जी वाले भी महंगे दामों पर सामान बेच रहे हैं। पहले सेब 80 से 100 रुपये किलो मिल रहा था। अचानक से वह 140 से 150 किलो मिलने लगा है। दाल, सरसो तेल, आटा आदि जरूरी खाद्य सामग्री भी 30 से 40 रुपये ज्यादा में बेची जा रही है। इसी तरह से सभी तरह के फल-सब्जी के दाम भी बढ़ गए हैं। इसको लेकर बीडीओ राजेश्वर राम ने कहा कि कालाबाजारी को रोकेने लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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