धौंस नदी का सुरक्षा तटबंध टूटा, दर्जनों गांव बाढ़ से घिरा, सड़क संपर्क भंग
मधुबनी । नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली धौंस नदी ऊफान पर है।
मधुबनी । नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली धौंस नदी ऊफान पर है। शनिवार की सुबह अंदौली गांव के समीप धौंस नदी का सुरक्षा तटबंध एक फिर टूट गया। यह सुरक्षा तटबंध तीसरी बार टूटा है। सुरक्षा तटबंध पर रखा मिट्टी से भरी बोरी और पाईलिग पानी की तेज धारा बह गया है। फलत: एक बार फिर दर्जनों गांव बाढ़ से घिर चुका है। बाढ़ के कारण प्रखंड मुख्यालय से एक दर्जन गांवों का सड़क संपर्क भंग हो चुका है। मधवापुर प्रखंड के तरैया पंचायत के अंदौली, पतार, पररी, तरैया व पिरौखर पंचायत के सुजातपुर, एकारी, पिरौखर, सीतामढ़ी जिला के बररी, बेहटा, बलसा, सकरम, ब्रह्मोतरा समेत एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से घिरा गया है। किसानों के कड़ी मेहनत के बलबूते दूसरी बार रोपी गई हजारों हेक्टेयर में धान की फसल भी बाढ़ में डूब चुका है। सर्वाधिक बुरा हाल तरैया पंचायत के चार गांव की है। जो चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। इन सभी गांवों का प्रखंड एवं जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो चुका है। ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने के कारण सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि कि धौंस नदी का सुरक्षा तटबंध पिछले चार जुलाई को अंदौली गांव के समीप टूट गया था। सूचना पर पहुंचे जिलाधिकारी अमित कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के द्वारा टूटे तटबंध पर बांस से पाइलिग कर मिट्टी भरी बोरी डालकर बांधा गया। पिछले 22 जुलाई को धौंस नदी आई उफान के कारण दूसरी बार सुरक्षा तटबंध टूट जाने से बाढ़ के पानी से दर्जनों गांव घिर गया और पानी भारी पैमाना पर क्षति पहुंचाई थी। तीसरे बार शनिवार की सुबह उसी जगह पर सुरक्षा तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इस बाबत सीओ रामकुमार पासवान ने बताया कि बाढ़ से सुरक्षा को लेकर पिरौखर व तरैया मध्य विद्यालय में शरण स्थली बनाए गए है। सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।