युवाओं के जिम्मे पूजा की बागडोर
झंझारपुर नगर पंचायत के बेलाराही में अब चित्रगुप्त पूजा एवं अभिनय मंच की बागडोर बुजुर्ग योद्धाओं ने युवाओं के हवाले कर दिया।
मधुबनी । झंझारपुर नगर पंचायत के बेलाराही में अब चित्रगुप्त पूजा एवं अभिनय मंच की बागडोर बुजुर्ग योद्धाओं ने युवाओं के हवाले कर दिया। इसकी घोषणा 82 वें नाट्य महोत्सव के बाद अभिनय मंच के सदस्य रभश किशोर दास, रविन्द्र नाथ दास एवं किशोर दास ने की। यहां पूजा एवं मंच की स्थापना आजाद भारत से पूर्व 1937 ई. में की गई थी। बेलाराही में कायस्थ समाज की संख्या अधिक है इस कारण यहां चित्रगुप्त पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती रही है। दो पीढि़यों में सामंजस्य लेकर चलने वाले मंचित नाटक के निर्देशक प्रेम कुमार दास उर्फ ललन जी ने बताया कि शुक्रवार की रात ¨हदी नाटक इंसानियत का मंचन किया गया। जबकि शनिवार की रात मैथिली नाटक फुटानी चौक का मंचन किया किया गया। ग्रामीण कलाकारों द्वारा मंचित नाटक की खास विशेषता यह है कि नाट्य मंच पर महिला पात्रों को भी पुरुष कलाकार ही अपने अभिनय से जीवंत करते है। गांव के छात्र छात्राएं भी नाट्य मंच पर स्वलिखित प्रहसन व डांस से अपनी हुनर को बताने मंच पर आते है। युवा कलाकारों में कुमुद कुमार, शुभम कुमार , सुमंत कुमार दास, मुकेश कुमार, हरिमोहन दास उर्फ पुण्टे, अविनाश कुमार, आशीष कुमार, अमित मोहन, हरेराम यादव, सुमन कुमार, राजू दास,अमरजीत कुमार, मनीष मंडल, गुड्डू मंडल, अजय राय आदि नाट्य मंचन कर रहे है। आयोजन कमेटी के अध्यक्ष विपिन कुमार दास उर्फ बिहारी, सचिव प्रणय प्रसून उर्फ गुंजन वरीय सदस्य गो¨वद कुमार दास, रविन्द्र नाथ दास आदि ने कहा कि गांव की परंपरा 82 वषों से अक्षुण है और आगे भी रहेगी। यहां चित्रगुप्त प्रतिमा को गाजे बाजे एवं जयकारा के साथ विसर्जन किया गया। पुराने कई कलाकारों को सम्मानित भी किया गया।