चिकित्सक ना कर्मी, रोगियों को भोजन भी नहीं
मधुबनी। एसडीएम शैलेश कुमार चौधरी द्वारा झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उनके एकाएक अस्पताल पहुंचते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई।
मधुबनी। एसडीएम शैलेश कुमार चौधरी द्वारा झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उनके एकाएक अस्पताल पहुंचते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई। अस्पताल में मौजूद कर्मी एवं चिकित्सक पूरी तरह अलर्ट हो गए थे। डीएम के निर्देश पर एसडीएम ने तकरीबन दो घंटे तक अनुमंडल अस्पताल के दवा काउंटर से लेकर लेबर रूम, एनआरसी, प्रसव कक्ष, ओपीडी, इमरजेंसी में इलाज व्यवस्था के साथ ही विभिन्न रोगी वार्डों, चिकित्सक रुम आदि का भी निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि इस अस्पताल में चिकित्सकों और कर्मियों का अभाव है। रोस्टर के हिसाब से चिकित्सक हैं और ना कर्मी। यहां कार्यरत पांच चिकित्सकों में दो दंत चिकित्सक हैं। यहां एक भी एक्सपर्ट चिकित्सक नहीं है। इसके कारण यहां रोगियों के शल्य चिकित्सा संभव नहीं हो पा रहा। सुबह आठ बजे तक रात में ड्यूटी दे रहे चिकित्सक डॉ. प्रसन्न कुमार ही रोगियों की जांच करते पाए गए। साथ ही बताया कि रोस्टर के मुताबिक कार्यरत चिकित्सक सुबह आठ बजे तक अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाए थे। मगर, निरीक्षण के बीच ही डीएस डॉ. किशोरचंद्र चौधरी, प्रबंधक श्याम चौधरी के साथ ही अन्य कार्यरत लोग अस्पताल में पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि अस्पताल में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों का वेतन भी काटा गया है। समय से काम पर नहीं आने वाले चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। बताया कि यहां रोगियों के लिए भोजन की व्यवस्था अभी बंद है। अस्पताल की सफाई व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने सफाई व्यवस्था का संतोषप्रद बताया। साथ ही कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों का रिपोर्ट डीएम को भेज दी जाएगी।