धान अधिप्राप्ति की गति धीमी, अब तक महज 20.50 प्रतिशत उपलब्धि
मधुबनी । जिले में धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू हुए दो माह हो चुके हैं। अब तक जिले में लक्ष्य का महज 20.50 प्रतिशत ही धान की अधिप्राप्ति हो पाई है।
मधुबनी । जिले में धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू हुए दो माह हो चुके हैं। अब तक जिले में लक्ष्य का महज 20.50 प्रतिशत ही धान की अधिप्राप्ति हो पाई है। जिले में धान अधिप्राप्ति का कुल लक्ष्य एक लाख 65 हजार एमटी है। जिसमें से बुधवार तक महज 33829.189 एमटी धान की अधिप्राप्ति ही हो पाई है। बता दें कि जिले में धान अधिप्राप्ति के लिए कुल 16 हजार 500 किसानों ने पंजीयन कराया है। इनमें से महज 5490 किसानों से ही धान की अधिप्राप्ति हो सकी है। जिले में 331 पैक्स एवं सात व्यापार मंडल सहित कुल 338 एजेंसियों का चयन धान अधिप्राप्ति केंद्रों के रूप में किया जा चुका है, लेकिन धान की कटाई होने के बावजूद धान में नमी की मात्रा अधिक रहने के कारण अधिप्राप्ति में विलंब हो रहा है। धान अधिप्राप्ति की अंतिम तिथि 15 फरवरी निर्धारित है। -------------------- अधिप्राप्ति में बेनीपट्टी सबसे आगे, मधवापुर सबसे पीछे : धान अधिप्राप्ति के प्रखंड वार आंकड़ों पर गौर करें तो बेनीपट्टी सबसे आगे है, जबकि मधवापुर प्रखंड सबसे पीछे चल रहा है। बेनीपट्टी में 2787.700 एमटी, जबकि मधवापुर में मात्र 1003.700 एमटी धान की अधिप्राप्ति ही हुई है। इसके अलावा अंधराठाढ़ी में 1405.500 एमटी, बाबूबरही में 1641.100 एमटी, बासोपट्टी में 1558.800 एमटी, बिस्फी में 1363.311 एमटी, घोंघरडीहा में 1892.600 एमटी, हरलाखी में 1442.600 एमटी, जयनगर में 1407.900 एमटी, झंझारपुर में 1793.800 एमटी, कलुआही में 1675.500 एमटी, खजौली में 1255.700 एमटी, लदनिया में 1491.772 एमटी, लखनौर में 1514.300 एमटी, लौकहा सह खुटौना में 1347.986 एमटी, लौकही में 1656.900 एमटी, मधेपुर में 1435.200 एमटी, मधुबनी में 1878.520 एमटी, पंडौल में 2346.200 एमटी, फुलपरास में 1207.600 एमटी एवं राजनगर में 1722.500 एमटी धान की अधिप्राप्ति हो पाई है। ------------------------- धान अधिप्राप्ति के लिए टै्ग किए गए 14 राइस मिल : जिला सहकारिता पदाधिकारी अजय भारती ने बताया कि जिले में कुल 14 राइस मिलों को पैक्स व व्यापार मंडलों से धान अधिप्राप्ति के लिए टैग किया गया है। जिसमें से सर्वाधिक पांच राइस मिल पंडौल प्रखंड में हैं। इसके अलावा खुटौना में तीन, झंझारपुर, अंधराठाढ़ी, घोघरडीहा, जयनगर, हरलाखी व मधवापुर में एक-एक राइस मिल है जिन्हें पैक्सों व व्यापार मंडलों के साथ टैग किया गया। वहीं, टैगिग के बाद अधिप्राप्त धान को मिलों तक तथा मिलों से तैयार चावलों की खेप घोघरडीहा स्थित राज्य खाद्य निगम के एकमात्र गोदाम में रखने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। --------------------- एसएफसी गोदाम तक पहुंचा 3973 एमटी तैयार चावल : पैक्सों व व्यापार मंडलों के द्वारा अब तक राइस मिलों में 6169.810 एमटी धान दी जा चुकी है। जबकि, राइस मिलों के द्वारा एडवांस में तैयार कुल 4538.500 एमटी चावल गोदाम के लिए भेजी जा चुकी है जो पाइप लाइन में है। जिसमें से घोघरडीहा स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम में अब तक कुल 3973 एमटी तैयार चावल जमा हो चुका है। ------------------------ धान अधिप्राप्ति में सुस्ती पर डीएम गंभीर : जिले में धान अधिप्राप्ति की मंद गति पर डीएम अमित कुमार गंभीर हैं। तीन दिन पहले ही धान अधिप्राप्ति से संबंधित जिला टास्क फोर्स की बैठक में उन्होंने बिस्फी, झंझारपुर एवं मधवापुर के बीसीओ को मंद गति के लिए शोकॉज भी किया है। बैठक में डीएम ने धान अधिप्राप्ति का समय से लक्ष्य पूरा करने का सख्त निर्देश भी दिया। -------------------------