महमदपुर हत्याकांड पुलिस और राजनीतिक संरक्षण का नतीजा
मधुबनी। जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सोमवार को बेनीपट्टी थान
मधुबनी। जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सोमवार को बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव पहुंचे। यहां होली के दिन हुए सामूहिक हत्याकांड के पीड़ितों से मिलकर घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। पप्पू यादव ने कहा कि मिथिला के इतिहास में इस तरह का सामूहिक हत्याकांड पहली बार हुआ। यह जातीय घटना नहीं है। राजनीतिक दलों द्वारा इस घटना को जातीय व्यवस्था से जोड़ने का प्रयास किया गया है। यह अपराधी गिरोह द्वारा वर्चस्व की लड़ाई के लिए किया गया। घटना हृदय विदारक है। इसकी जितनी निदा की जाए, कम है। इस सामूहिक हत्याकांड में तस्कर और अर्थ का हाथ है। किसी जाति के कारण यह घटना नहीं हुई। समाज पर साजिश के तहत हमला हुआ। अपराधी व तस्कर गिरोह को राजनीतिक संरक्षण मिला है। घटना में सरकार और प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। सत्ताधारी दल के लोगों ने इसे दबाने का प्रयास किया।
हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। अनाथ बच्चों की पढ़ाई और लड़कियों की शादी का जिम्मा उठाएंगे। पूरा बिहार इस घटना से दुखी है। व्यंग्य करते हुए पूछा कि कहां हैं सुशासन बाबू। घटना के 15 दिन बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, सरकार का कोई मंत्री या विधायक विनोद नारायण झा पीड़ितों से मिलने नहीं आए। सरकार और प्रशासन पूरी तरह विफल रहा है। सुशील मोदी कहते हैं कि इसमें साजिशकर्ता है। फिर तो सीबीआइ से जांच क्यों नहीं करवा रहे? थाना प्रभारी, मुख्य अरोपित प्रवीण झा और भाजपा विधायक के मोबाइल डिटेल को खंगाला जाना चाहिए। घटना को अपराधी ने अंजाम दिया, लेकिन इस गिरोह को भाजपा विधायक का संरक्षण प्राप्त है। सरकार इस घटना की स्पीडी ट्रायल से जांच कराकर अपराधी को फांसी की सजा दिलाए। पीड़ितों को 50-50 लाख रुपये, सरकारी नौकरी और पढ़ाई की गारंटी सुनिश्चित करें। अब तक स्पेशल कोर्ट का गठन नहीं किया गया है। पूरा मिथिलांचल पीड़ित परिवार के साथ है। नीतीश सरकार में हत्या, नरसंहार, चोरी, डकैती, दुष्कर्म सहित अन्य घटनाएं चरम पर हैं। गोली से घायल मनोज सिंह को सीएम और सुशील मोदी अस्पताल में देखने तक नहीं गए। मौके पर जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा, प्रदेश महासचिव प्रकाशचंद्र झा, जिलाध्यक्ष ब्रजकिशोर यादव, संतोष झा, सुरेंद्र यादव, दिनेश कुमार यादव, सच्चिदानंद राय आदि थे।