अब हर पीएचसी में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के न्यूनतम 50 सैंपलों की होगी जांच
मधुबनी। जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों प्रखंड विकास पदाधिकारियों प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों आदि संग वीडियो कान्फ्रेसिग के माध्यम से समीक्षा बैठक की।
मधुबनी। जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों आदि संग वीडियो कान्फ्रेसिग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना वायरस संक्रमण की रैपिड एंटीजन किट से हो रही जांच, कॉरोना केयर सेंटर और होम आइसोलेशन के मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा डीएम ने की। इस दौरान सिविल सर्जन, विशेष कार्य पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी भी डीएम के साथ मौजूद थे।जिला पदाधिकारी ने जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत प्रभारी चिकित्सा प्रभारियों एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों से प्रतिदिन हो रहे रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से कोरोना संक्रमण की जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। डीएम ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रतिदिन कम से कम कोरोना संक्रमण के 50 सैंपलों की जांच करने का लक्ष्य सौंपा। साथ ही इस संबंध में तत्क्षण पोर्टल में एंट्री करने का निर्देश भी दिया। रैपिड एंटीजन किट से सैंपल की जांच में मरीजों के पॉजिटिव आने पर काउंसिलिग करने का निर्देश भी पीएचसी प्रभारियों को दिया। होम आइसोलेट मरीजों से प्रतिदिन अलग-अलग समय में दो बार उनके मोबाइल पर संपर्क साध कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने और उन्हें मेडिसिन किट उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया। इतना ही नहीं, एएनएम के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों का फॉलोअप भी लेते रहने का निर्देश दिया। प्रखंड स्तर पर कोराना के लक्षण वाले मरीजों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड चिह्नित करने का भी डीएम ने निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधकारियों को दिया। जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने अनुमंडल में उक्त कार्यों की मॉनिटरिग करने का भी निर्देश दिया।