भाकपा माले का किसान विरोधी कानून के खिलाफ प्रतिरोध मार्च
मधुबनी। भाकपा माले बेनीपट्टी के तत्वाधान में केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ माले
मधुबनी। भाकपा माले बेनीपट्टी के तत्वाधान में केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ माले नगर से बाजार के सड़क पर प्रतिरोध मार्च निकालकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाकपा माले के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने किसान विरोधी कानून को वापस लेने एवं नए कानून किसान के हित में बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। भाकपा माले के जिला नेता मदनचन्द्र झा, प्रखंड सचिव श्याम पंडित, खेग्रामस के बेचन राम ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसान मजदूर विरोधी है। किसान विरोधी कानून लाकर किसानों के साथ अत्याचार कर रही है। भाकपा माले किसान विरोधी कानून के खिलाफ निरंतर संघर्ष जारी रखेगा। इस अवसर पर सोनधारी राम, शिवा राम, राम नारायण राम, अशेश्वर राम, तेतर पासवान, दुखी पासवान, चंदे पासवान, राम विनय पासवान, असर्फी सदाय, मलभोगिया देवी, सुमित्रा देवी, विक्रम पासवान, विजय राम, कमला देवी, रीना देवी, मकुंती देवी सहित अन्य लोगों मौजूद थे। मोदी सरकार किसान विरोधी मधुबनी। फुलपरास प्रखंड के भारत का कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को किसान आंदोलन के समर्थन में नारा लगाते हुए केंद्र सरकार के विरोध में स्थानीय लोहिया चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। वामपंथियों का कहना था कि केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसान विरोधी है। जिसके कारण किसान पूरे देश मे किसान आन्दोलन कर रहे हैं। पुतला दहन कार्यक्रम में जिला सचिव उमेश राय, विद्यानंद शास्त्री,लक्ष्मी मंडल सहित दर्जनों माकपा कार्यकर्ता शामिल थे। किसान बिल के विरोध में पीएम का पुतला जलाया
जयनगर। अनुमंडल मुख्यालय के स्टेशन चौक पर भाकपा माले, भाकपा, माकपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के विरोध में एवं आंदोलनरत किसानों पर बर्बर जुल्म के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। पुतला दहन स्थल पर आयोजित सभा को भाकपा माले के प्रखंड सचिव भूषण सिंह, माकपा के राज्य मंडल सदस्य शशिभूषण प्रसाद, भाकपा के अंचल मंत्री रामचंद्र पासवान, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष रामचंद्र साह समेत अन्य वक्ताओं ने अविलंब तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की।वक्ताओं ने कहा कि लागू किए गए तीनों कृषि कानून किसानों को तबाह कर देगा। कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों से अविलंब सार्थक वार्ता कर इसे वापस लिया जाए। इस अवसर पर मो. चांद, मो. तस्लीम, मो. बहाव, तैयब रैन, अली हसन, सुरेश यादव, शिवजी पासवान, सूरज ठाकुर, तेतर यादव, वकील बैठा समेत अन्य लोग उपस्थित थे।