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होल्डिंग टैक्स वसूलने में नप को छूट रहा पसीना, 2.50 करोड़ टैक्स बकाया

मधुबनी। नगर परिषद मधुबनी को होल्डिंग टैक्स समेत विभिन्न प्रकार के टैक्सों को वसूल करने में पसीना छूट रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 11:39 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 05:14 AM (IST)
होल्डिंग टैक्स वसूलने में नप को छूट रहा पसीना, 2.50 करोड़ टैक्स बकाया
होल्डिंग टैक्स वसूलने में नप को छूट रहा पसीना, 2.50 करोड़ टैक्स बकाया

मधुबनी। नगर परिषद, मधुबनी को होल्डिंग टैक्स समेत विभिन्न प्रकार के टैक्सों को वसूल करने में पसीना छूट रहा है। टैक्स वसूली की कच्छप गति से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नगर परिषद टैक्स वसूलने में फिसड्डी है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा जिला पदाधिकारी को भेजे गए रिपोर्ट के मुताबिक बीते अगस्त तक वसूली के बाद भी नगर परिषद को दो करोड़ 49 लाख 77 हजार 824 रुपये टैक्स वसूलना अवशेष बचा ही हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018-19 का भी 99 लाख 58 हजार 402 रुपये टैक्स बकाया था। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2019-20 का मांग एक करोड़ 65 लाख 55 हजार 377 रुपये है। इस प्रकार नगर परिषद को कुल दो करोड़ 65 लाख 13 हजार 779 रुपये टैक्स वसूल करना है। इसके विरुद्ध अगस्त तक 15 लाख 35 955 रुपये टैक्स की ही वसूली हो पाई है। जिस कारण गत वित्तीय वर्ष तक का अभी भी कुल दो करोड़ 49 लाख 77 हजार 824 रुपये टैक्स वसूल करना अवशेष है।

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नप क्षेत्र में 15 हजार छह सौ निजी होल्डिंग :

गौरतलब है कि जिले में निजी होल्डिंग की संख्या 15 हजार छह सौ है। निजी होल्डिंग से 84 लाख 21 हजार 675 रुपये होल्डिंग टैक्स वसूला जाना अभी भी अवशेष है। वहीं, सरकारी होल्डिंग की संख्या 108 है, जिनसे अभी भी 47 लाख 61 हजार 227 रुपये होल्डिंग टैक्स वसूल करना अवशेष है। वहीं, बाजार किराया मद में भी 46 लाख 51 हजार 437 रुपये टैक्स वसूला जाना है। नगर परिषद क्षेत्र में 29 मोबाइल टावर है, जिनसे पर अभी भी 14.90 लाख रुपये टैक्स बकाया है। अनुज्ञप्ति अर्थात ट्रेड लाइसेंस मद में भी नगर परिषद को दो लाख तीन हजार 449 रुपये टैक्स बकाया है। इसके अलावा विज्ञापन एवं होर्डिग मद में भी 1.25 लाख रुपये टैक्स वसूलना शेष है। दाखिल-खारिज शुल्क मद में तीन लाख 45 हजार 728 रुपये, भवन निर्माण शुल्क मद में 20 लाख 95 हजार 620 रुपये, श्रम सेस मद में 18 लाख 84 हजार 320 रुपये, जन्म-मृत्यु निबंधन शुल्क मद में 20 हजार रुपये और विविध मद में नौ लाख 79 हजार 368 रुपये टैक्स वसूलना शेष है। बता दें कि बीते कुछ महीनों में नगर परिषद को कई मदों में कर के रूप में फूटी कौड़ी भी वसूल करने में सफलता नहीं मिल पाई है।


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