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आवास सूची से नाम गायब, आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन

बाबूबरही प्रखंड की मिश्रौलिया पंचायत के चार सौ से अधिक लोगों का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची से गायब हो गया है। इस बात की सूचना पर ऐसे लोगों का गुस्सा आसमान चढ़ गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 01:36 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 01:36 AM (IST)
आवास सूची से नाम गायब, आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन
आवास सूची से नाम गायब, आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन

मधुबनी । बाबूबरही प्रखंड की मिश्रौलिया पंचायत के चार सौ से अधिक लोगों का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची से गायब हो गया है। इस बात की सूचना पर ऐसे लोगों का गुस्सा आसमान चढ़ गया। सोमवार को सौ से अधिक महिलाएं व पुरुष अपने आवेदन लेकर प्रखंड मुख्यालय पहुंच गए। बीडीओ कक्ष के समक्ष प्रदर्शन किया।आवेदन सौंपते हुए नाम आवास सूची में जोडने की मांग की। इनकी शिकायत थी कि वे काफी गरीब तबके के लोग हैं। आज तक एक अदद आवास भी मयस्सर नहीं हो सका है। मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करते हैं। रौशन खातुन, बीबी सकीला खातुन, शहबून खातुन, रेहाना खातुन, जगदंबा देवी, मोजेबूल रहमान, इसराफिल आदि ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में इनका नाम सम्मिलित था। वे उम्मीद में थे कि अब उन्हें आवास मिलेगा, लेकिन साजिश के तहत उनका नाम सूची से हटा दिया गया है। जबकि, कई ऐसे लोग हैं जिन्हें दुबारा आवास मुहैया कराया गया है। इतना ही नहीं, कई तो ऐसे हैं जिन्होंने आवास बनाया नहीं, लेकिन दूसरी किस्त की राशि का उठाव भी कर लिया। इधर, आवास सहायक मो. शहाबुद्दीन ने बताया कि पंचायत के कुल 1204 लोगों का नाम प्रतीक्षा सूची में शामिल था, लेकिन डाटा से 409 लोगों का नाम ऑटो डिलीट हो गया है। जिसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दे दिया गया है। बीडीओ अजेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। आग लगने से मवेशी की झुलस कर मौत, लाखों का नुकसान

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झंझारपुर अनुमंडल के लखनौर थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव में रविवार देर रात अगलगी की घटना में एक मवेशी की मौत हो गई। लाखों का चारा जल कर राख हो गया। गृहस्वामी भीखर यादव ने घटना के बाबत बताया कि आग लगभग एक बजे रात में लगी। जब तक घर के लोग समझ पाते तब तक आग की लपटें इतनी तेज हो गई कि किसी प्रकार मवेशी को घर से निकाला गया। इस दौरान एक मवेशी की जलकर मौत हो गई। बताया कि मवेशी घर में लाखों रुपये का खरीद कर रखे गए चारा भी अगलगी की भेंट चढ़ खाक हो गया है। अब गरीबी की हालत में न तो चारा के लिए पैसा है और न ही झुलसे हुए मवेशी के इलाज का कोई जुगाड़। चारा और इलाज के लिए भी कर्ज लेना पड़ेगा। सीओ विकेश पांडे ने कहा कि आवेदन मिलने के बाद जांच कराई जाएगी। जांच के बाद विभागीय प्रावधान के मुताबिक पीड़ित को मुआवजा दिया जाएगा।


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