भवन का अभाव, दालान में चल रहा आंगनबाड़ी केन्द्र
मधवापुर, सरकारी निर्देशों के बावजूद भवन के अभाव में अनुसूचित जाति दलान में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र।
मधुबनी। मधवापुर, सरकारी निर्देशों के बावजूद भवन के अभाव में अनुसूचित जाति दलान में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र। एक ओर जहां सरकार बच्चों को कुपोषण से बचाने को लेकर पैसा पानी की तरह बहा रही है। वहीं बाल विकास परियोजना के द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। भवन व संसाधनों के अभाव के कारण अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र विद्यालय, सामुदायिक भवन एवं किराए के भवन में संचालित है। जहां ना तो पानी की व्यवस्था और ना ही शौचालय की। जिस कारण सेविका एवं सहायिका को प्रति दिन कठिनाइयों से दो चार होना पड़ता है। हालांकि लोग अब जागरूक हो अपने बच्चों को केंद्र पर भेजने के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। इसकी हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण के ऑन द स्पॉट अभियान के तहत शनिवार को मधवापुर प्रखंड के पिरौखर पंचायत के सुजातपुर गांव के कायस्थ टोल स्थित अनुसूचित जाति दलान में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 03 का हमने जायजा लिया।
इस दौरान करीब 12,30 बजे केन्द्र पर 34 बच्चे उपस्थित थे। और सेविका ममता कुमारी बच्चों को एक से सौ तक का पहाड़ा सीखा रही थी। जबकि सहायिका इंद्रकला देवी बच्चों को दी जाने वाली भोजन मीनू के अनुसार खिचड़ी बनाने में व्यस्त थी। सेविका ममता कुमारी ने बताया कि स्थापना काल से ही भवन के अभाव में अनुसूचित जाति दलान में केंद्र संचालित की जा रही है। यहां ना तो बच्चों को पानी पीने के लिए चापाकल है और ना ही शौचालय है। सहायिका स्थानीय लोगों ने के घर से पानी लाकर खाना बनाती है। आवंटन मिलने पर प्रतिमाह नामांकित लाभुकों के खाद्यान्न का वितरण किया जाता है। सेविका ने बताया कि कुपोषण दूर भगाने के उद्देश्य से माह में एक दिन पोषक क्षेत्र के दूध पीने वाले बच्चों के लिए मुहजूठी उत्सव मनाया जाता है। बच्चों को दलिया, खिचड़ी आदि खिलाई जाती है।
सेविका ने रोष व्याप्त करते हुए कहा कि विभागीय लापरवाही के कारण पिछले एक वर्ष का मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। सेविका एवं सहायिकाओं के बीच भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकारी निर्देशानुसार केन्द्र का संचालन किया जाता है और सरकारी योजनाओं का लाभ लाभुकों को दी जाती है। करीब डेढ़ बजे सहायिका के द्वारा बच्चों को भोजन में खिचड़ी परोसा गया और बच्चे बड़े चाव से खाने में जुट गए। पड़ताल में केंद्र का संचालन हो रहा था। और सरकारी योजनाओं का लाभ लाभुकों दी जा रही थी।
मधवापुर प्रखंड की प्रभारी सीडीपीओ सुशीला कुमारी ने बताया कि भवन निर्माण कराने की प्रक्रिया चल रही है। शीघ्र भवन विहीन आंगनवाड़ी केन्द्रों का भवन निर्माण कराए जाएंगे।