प्रशासन की नजर में जांच घर बंद, चोरी-छिपे जारी है धंधा
मधुबनी। सर सोमवार को अवैध रूप से खुले जांच घर के मामले में आपने कोई कार्रवाई की।
मधुबनी। सर, सोमवार को अवैध रूप से खुले जांच घर के मामले में आपने कोई कार्रवाई की। आज भी तीन अन्य जांचघर खुला है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बंद कराए गए जांचघरों के खुले रहने पर यह सवाल प्रभारी चिकित्सा डॉ. अफजल अहमद से किया गया। इस सवाल का जो जवाब मिला उसे सुनकर आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे। जिन्हें इन अमानक जांच घरों को बंद कराना था उसके खुला रहने पर वे कहते हैं, 'मैं कुछ नहीं कहूंगा। ना कुछ करुंगा। आपलोग पूछते रहिए। सब जांचघर खुला रहेगा।' यह कहते हुए वे काम में लग गए। आंख में धूल झोंकने के लिए हटा बोर्ड:
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी भले अपने कर्तव्य को भूल गए हों। मगर, जागरण ने अमानक जांच घरों में चल रहे धंधे की पड़ताल की। मंगलवार को पड़ताल में बदले तौर-तरीके से तीन जांचघर खुले पाए गए। सबों ने अपना नाम वाले बोर्ड को हटा रखा है। किसी ने आधा शटर खोल रखा था। किसी ने गेट बंद कर खिड़की से ही काम जारी रखा था। कोई बाहर में सैंपल रख अंदर से दरवाजा बंदकर धंधा जारी रखा था। एक जांच घर से नाम पता हटाकर धड़ल्ले से जांच रिपोर्ट देते मिले। एक सेवानिवृत्त चिकित्सक के पुर्जे पर लिखी जांच को जांच घर द्वारा सेल्फ नाम से आए रोगी बनाकर जांच रिपोर्ट दी।
बताते चलें कि मधेपुर में अवैध रूप से नर्सिग होम व अन्य मेडिकल प्रोफेशनलों की भरमार है। यहां आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती हैं। सबों का जुड़ाव कहीं न कहीं पीएचसी से रहता है। हेल्थ मैनेजर प्रदीप कुमार बताते हैं सीएस के आदेश पर सबको बंद करा दिया था। मगर, खुला पाए जाने पर क्या एक्शन होगा जानकारी लेनी होगी।