जयनगर में सड़क पर पसरी गंदगी को नपं ने कराया साफ, लोगों को मिली राहत
जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के नेपाली रेलवे गुमटी को पटना गद्दी चौक से जोड़ने वाली यू टाइप सड़क किनारे फेंके गए सड़े फल और सब्जी के ढेर को आखिरकार नगर पंचायत प्रशासन ने साफ करवाया।
मधुबनी । जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के नेपाली रेलवे गुमटी को पटना गद्दी चौक से जोड़ने वाली यू टाइप सड़क किनारे फेंके गए सड़े फल और सब्जी के ढेर को आखिरकार नगर पंचायत प्रशासन ने साफ करवाया। दैनिक जागरण में 17 जून को इस बाबत छपी खबर पर नगर पंचायत प्रशासन हरकत में आया और लोगों को इस समस्या से तत्काल छुटकारा मिल सकी। बता दें कि यू टाइप सड़क के किनारे सड़ा हुआ फल, सब्जी समेत मेडिकल कचड़ा फेंके जाने के कारण सड़क से गुजरने वाले राहगीरों और अगल-बगल रहने वाले लोगों को विविध स्तरों पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बावजूद, यहां पर कचड़ा फेंके जाने की व्यवस्था विगत कई वर्षों से बनी हुई है। लोगों द्वारा नगर पंचायत प्रशासन से सड़क किनारे कचड़ा नहीं फेंके जाने का बार-बार अनुरोध किया जा रहा है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जबकि, नगर पंचायत के पास कचड़ा फेंके जाने के लिए पर्याप्त जगह है। अनुमंडल अस्पताल में जलजमाव दूर करने की कवायद शुरू
झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल परिसर में लगे जलजमाव को जल्द ही समाप्त कर दिया जाएगा। इसके लिए नपं प्रशासन के आदेश पर द्रुत गति से कार्य किया जा रहा है। अस्पताल परिसर के जलजमाव को समाप्त करने के लिए ट्रेलर से बालू गिराया जा रहा है। साथ ही अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर अस्पताल के ओपीडी एवं इमरजेंसी वार्ड तक पहुंच पथ को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए ईंट का टुकड़ा डाला जा रहा है। अस्पताल में मौके पर मौजूद नपं के जेई जयप्रकाश कुमार ने बताया कि ईंट का टुकड़ा डालने के बाद रोलर चलाया जाएगा। उसके बाद पहुंच पथों को पीसीसी किया जाएगा। प्राक्कलन राशि के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि आपातकालीन व्यवस्था है। कार्य पूरा होने के बाद ही प्राक्कलन तैयार किया जाएगा। प्राक्कलन के बारे में नपं के ईओ अमित कुमार ने भी जबाब न देते हुए इसके लिए जेई संपर्क करने को कहा। बता दें कि बीते नौ जून को अनुमंडल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सह वर्तमान विधायक नीतीश मिश्रा एवं डीएम के आगमन की सूचना मिलते ही नपं प्रशासन के द्वारा अस्पताल परिसर की जलजमाव को बालू डालकर एवं ईंट बिछा कर दूर करने का प्रयास प्रारंभ किया गया था, लेकिन कार्यक्रम के दूसरे दिन से ही कार्य को बंद कर दिया गया था। एसडीएम शैलेश कुमार चौधरी के निर्देश के बाद नपं प्रशासन के द्वारा पुन: कार्य को प्रारंभ किया गया।