कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में लगेगी आस्था की डुबकी
मधुबनी। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर जिले भर में पवित्र नदियों तालाबों में डुबकी लगाने की भीड़ उमरेगी। खासाकर जिले के बाबूबरही प्रखंड के पिपराघाट स्थित कमला-बलान एवं सोनी के संगम तट पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे।
मधुबनी। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर जिले भर में पवित्र नदियों, तालाबों में डुबकी लगाने की भीड़ उमरेगी। खासाकर जिले के बाबूबरही प्रखंड के पिपराघाट स्थित कमला-बलान एवं सोनी के संगम तट पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे। संगम तट पर स्नान कर तट स्थित कमलेश्वर शिवालय में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन देखी जाएगी। यहां जिला सहित बिहार के अलावा नेपाल से भी लोग पहुंचते है। कार्तिक पूर्णिमा पर जिले के विभिन्न मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए : ऋषिनाथ
फोटो 11 एमडीबी 31 आध्यात्मिक दृष्टि से कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान, दान की बड़ी महत्ता रही है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुर राक्षस का वध संसार को उससे मुक्ति दिलाई थी। कार्तिक पूर्णिमा की महत्ता की जानकारी देते ज्योतिषाचार्य ऋषिनाथ झा ने बताया कि कार्तिक का महीना का विशेषकर कार्तिक पूर्णिमा काफी शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान, दान का बड़ा महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान, पूजा-अर्चना से समृद्धि आती है। कष्टों से मुक्ति मिलती हैं। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए। सरसों का तेल, तिल, काले वस्त्र आदि किसी जरूरतमंद को दान किया जाना चाहिए। सायं काल में तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। दान स्वरूप कुछ देना चाहिए। संगम तट पर पांच लाख श्रद्वालुओं के आने की संभावना बाबूबरही प्रखंड के पिपराघाट संगम तट पर इस वर्ष चार से पांच लाख श्रद्वालुओं के आने की संभावना है। पिपराघाट मुख्य चौराहा पर भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। जिसमें कार्तिक, गणेश समेत अन्य कई देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है। नवनिर्मित हनुमान मंदिर आकर्षण का केंद्र होगा। जिसके सटे कंट्रोल रूम होगा। जहां से संपूर्ण मेला में लगे सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। नदी के पश्चिम व पूर्वी तट तथा मुख्य चौराहा से उत्तर शौचालय का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त एक चलंत शौचालय नदी के पश्चिमी किनारे रहेगा। नदी में एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहेंगे। नदी के दोनो तट पर महिलाओं के लिए कपड़ा बदलने व श्रृंगार के लिए चेंजिग रूम बनाए गया है। पुल के पश्चिमी छोर तथा मुख्य चौराहा पर मेडिकल शिविर का प्रबंध है। बथुआहा ढलान, पिपराघाट कालेज तथा लालापटी में वाहन पार्किंग हेतु स्टैंड का निर्माण कराया गया है। विधि व्यवस्था के लिए कुल 13 प्वाइंट बनाए गए हैं।