दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत से दोनों गांवों में माहौल गमगीन
मधुबनी । विशनपुर एवं बैंका गांव में मातम का माहौल है। शुक्रवार का दिन दो परिवारों के लिए अशुभ रहा।

मधुबनी । विशनपुर एवं बैंका गांव में मातम का माहौल है। शुक्रवार का दिन दो परिवारों के लिए अशुभ रहा। दो परिवारों ने अपना चिराग हमेशा के लिए खो दिया। बैंका निवासी मृतक सागर झा अपने माता-पिता का एकमात्र पुत्र था। पिता सुमन झा परिवार का भरण पोषण करने के लिए दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। घर पर सागर की मां है। एकलौते पुत्र की मौत ने मां प्रभा देवी को बेसुध कर दिया है। छाती पीट-पीट कर वह चित्कार कर रही है। उसकी चित्कार सुन लोगों के आंखों से आंसू थम नहीं रहे। परिवार का एकमात्र चिराग हमेशा के लिए बुझ गया। वहीं, विशनपुर निवासी मृतक दीपक तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पिता रामनंदन भंडारी किसान हैं। मां ललित देवी अपने सबसे छोटे लाल को खोने के गम में बेसुध है। दोनों गांवों के कई परिवारों में शुक्रवार को चूल्हा नहीं जला। पूरा गांव गमगीन है। दोनों युवकों के अंतिम संस्कार में गांव के लोग बड़ी संख्या में जुटे। महिन्द्वार पंचायत की मुखिया पिकी सेन, समाजसेवी चंदन सेन एवं घोघरडीहा प्रखंड लोजपा अध्यक्ष किशोर कुमार मंडल ने सरकार एवं प्रशासन से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। बता दें कि दोनों युवक मित्र थे और बीकॉम के छात्र थे। हर दिन की तरह शुक्रवार की सुबह दोनों कोचिग करने बाइक से झंझारपुर रवाना हुए थे। इसी दौरान खोपा चौक से आगे एक अज्ञात वाहन ने बाइक में ठोकर मार दी। दीपक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि सागर ने अस्पताल के रास्ते में दम तोड़ दिया। दीपक के शव को पुलिस ने घटनास्थल से ही कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था, जबकि सागर के स्वजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हुए। शुक्रवार की सुबह घटना के बाद से ही दोनों गांवों में कोहराम मचा हुआ है। दोनों मृतक युवकों के घरों पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। घटना के बारे में जो सुन रहा है, वही अफसोस जताते हुए इसे ईश्वर से प्रार्थना कर रहे कि ऐसी घटना किसी परिवार में ना घटे।
Edited By Jagran