बांध मरम्मत कार्य में विलंब पर डीएम ने जताई नाराजगी, लोगों से सुनीं समस्याएं
जिले में सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित रहने वाला प्रखंड बिस्फी है। हर वर्ष बाढ़ की तबाही से क्षेत्र की बड़ी आबादी का जनजीवन ठप हो जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
मधुबनी । जिले में सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित रहने वाला प्रखंड बिस्फी है। हर वर्ष बाढ़ की तबाही से क्षेत्र की बड़ी आबादी का जनजीवन ठप हो जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को नए जिलाधिकारी अरविद कुमार वर्मा ने दर्जनों अधिकारियों के साथ सादुल्लाहपुर, सिघिया, रघौली व जगवन गांव से गुजरने वाले महाराजी बांध का कुल छह जगहों पर जाकर निरीक्षण किया।
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सीओ को एक सप्ताह में तैयारियां पूरी करने का निर्देश : निरीक्षण के क्रम में ही जिलाधिकारी ने सीओ को निर्देशित कि एक सप्ताह के अंदर बाढ़ पूर्व तमाम तैयारियां प्राथमिकता के रूप में करनी है। प्रखंड के संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों का अवश्य निरीक्षण करें। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पड़ाव की व्यवस्था, बाढ़ चौकी की व्यवस्था, बाढ़ बचाव कार्य, पर्याप्त नाव की व्यवस्था, मानव एवं पशु के दवाईयों के इंतजाम सहित कई आवश्यक निर्देश दिए। कहा कि समस्याओं का ससमय गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में विलंब होने पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
------------- कार्य जल्द पूरा करने को बढ़ाएं टीम की संख्या : दैनिक जागरण से बातचीत में जिलाधिकारी ने कहा कि जर्जर बांध की मरम्मत का कार्य बाढ़ व बरसात के पहले ही शुरू किया जाना चाहिए था। विलंब को लेकर उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की। डीएम ने कहा कि क्षतिग्रस्त महराजी बांध के छह हिस्सों में बाढ़ प्रमंडल झंझारपुर के द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित जर्जर जगहों पर अलग-अलग टीम कार्य कर रही है। जल्द कार्य को पूरा करने के लिए टीम की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि हर हाल में 30 मई तक जर्जर व क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मत कर लिए जाने का निर्देश भी विभागीय अभियंताओं को दिया है। कहा कि अगले वर्ष बाढ़ व बरसात की शुरुआत से पूर्व ही ससमय प्रखंड के सभी क्षतिग्रस्त सड़कों व महाराजी बांध की मरम्मत करा लिया जाएगा। इस दौरान एसडीओ अशोक मंडल, डीएसपी अरुण कुमार सिंह व सीओ श्रीकांत सिन्हा सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पैनी नजर रखने का किया आग्रह : कई जगहों पर स्थानीय ग्रामीणों का कहना हुआ कि बरसात शुरू होने व बाढ़ के आने के कुछ समय पहले मरम्मत कराया जाता है। जिस कारण बाढ़ आते ही तटबंध टूट जाता है। वहीं, प्रखंड के उपप्रमुख मो. इसराइल ने कहा कि नए जिलाधिकारी की सजगता से कार्य तो प्रारंभ हो चुका है, लेकिन बांध मरम्मत ठोस तरीके से हो, इसके लिए जिलाधिकारी को स्वयं भी पैनी नजर बनाई रखनी होगी। वहीं, जगवन के पूर्व मुखिया प्रमोद महाजन ने कहा कि जिला प्रशासन अगर समय पर कार्य व हालात का जायजा लेते रहें तो समस्या का समाधान संभव है।
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